ट्रेन यात्रा के लिए इन नियम और शर्तों का रखना होगा खास ध्यान, एडवांस रिजर्वेशन के लिए ये बातें भी जरूरी
ट्रेन से रोजाना लाखों लोग सफर कर रहे हैं। ऐसे में रेलवे (Indian Railway) की ओर से यह खास ध्यान रखा जाता है कि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न आए। इसी कड़ी ट्रेन यात्रा से जुड़े नियमों को बनाया गया है। इन नियमों को मानने के साथ कई परेशानियों का समाधान हो जाता है। ट्रेन से सफर करते हैं तो इन नियमों को चेक कर सकते हैं।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। ट्रेन से रोजाना लाखों लोग सफर कर रहे हैं। ऐसे में रेलवे की ओर से यह खास ध्यान रखा जाता है कि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न आए। इसी कड़ी ट्रेन यात्रा से जुड़े नियमों को बनाया गया है। इन नियमों को मानने के साथ कई परेशानियों का समाधान हो जाता है। अगर आप भी ट्रेन से सफर करते हैं तो रेलवे के इन नियमों की जानकारी आपके काम आ सकती है।
रिजर्वेशन से लेकर सोने के समय को लेकर बने हैं नियम
ट्रेन में रिजर्वेशन से लेकर सोने के समय को लेकर नियम बनाए गए हैं। इस आर्टिकल में ट्रेन यात्रा से जुड़े 6 जनरल नियमों को लेकर ही जानकारी दे रहे हैं-
- नियमों के मुताबिक, बर्थ या सीट रिजर्व करने के लिए यह जरूरी है की यात्रा करने वाला व्यक्ति रेलवे रिजर्वेशन ऑफिस या ऑथराइज्ड ट्रैवल एजेंसी से ही टिकट बुक करे।
- सभी क्लास और ट्रेन के लिए एडवांस रिजर्वेशन तीन महीने पहले यानी 90 दिन पहले तक ही किया जा सकता है।
- एक व्यक्ति एक फॉर्म पर अधिकतम छह यात्रियों की ही बुकिंग कर सकता है, बशर्ते सभी यात्री एक ही गंतव्य और एक ही ट्रेन के लिए हों। अगर आगे/वापसी की यात्रा शामिल है, तो एक ही यात्री के लिए 2 या 3 फॉर्म स्वीकार किए जा सकते हैं।
- यात्रा टिकट खरीदे बिना आवास रिजर्व नहीं किया जाता है। आवास का रिजर्वेशन प्रोविजनल बेसिस पर भी नहीं होता।
- यात्रियों के लिए बर्थ रिजर्वेशन के साथ नियम है कि रात 9 बजे से सुबह 6 बजे के बीच सोने का समय रहेगा। वहीं, सुबह 6 बजे से रात 9 बजे के दौरान यात्री जरूरत पड़ने पर डिब्बे में दूसरे लोगों के लिए जगह बना सकते हैं।
- रिजर्वेशन से जुड़ी किसी भी पूछताछ या शिकायत के लिए पीएनआर नंबर बताना जरूरी है। यह हर टिकट के ऊपर बायीं ओर प्रिंट होता है।