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Edible Oil news : इंडोनेशिया से जारी रहेगा कच्चे पाम तेल का आयात

इंडोनेशिया पाम ऑयल निर्यात पर बैन नहीं लगा रहा है। निर्यात शुल्क में बढ़ोतरी के चलते क्रूड पाम आयल महंगा मिलेगा। लेकिन घरेलू बाजार में खाद्य तेल की कीमतों में अगले महीने तक 10 फीसद तक का इजाफा हुआ है।

By Ashish DeepEdited By: Updated: Wed, 27 Apr 2022 11:56 AM (IST)
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एफएमसीजी कंपनियों की लागत पर भी इंडोनेशिया के फैसले का असर होगा। (Pti)

नई दिल्ली, जागरण ब्‍यूरो। भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि इंडोनेशिया ने कच्चे पाम तेल के निर्यात पर रोक नहीं लगाई है। इंडोनेशिया के कृषि मंत्रालय ने यह साफ कर दिया कि कच्चे पाम तेल को निर्यात प्रतिबंध की सूची में शामिल नहीं किया गया है। बीते दिनों यह खबर आ रही थी कि इंडोनेशिया पाम ऑयल निर्यात पर पाबंदी लगाने की सोच रहा है।

खाद्य तेल की कीमतों में निकट भविष्य में 10 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी संभव

हालांकि जानकारों का कहना है कि इसके बावजूद भारतीय बाजार में खाद्य तेल की कीमतों में निकट भविष्य में 10 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि इंडोनेशिया से भले ही कच्चे पाम तेल के निर्यात पर रोक नहीं लगाई है, लेकिन निर्यात शुल्क में बढ़ोतरी कर दी गई है जिसका असर कच्चे पाम तेल के दाम पर भी पड़ेगा। रिफाइंड, ब्लेंड और डियोडोराइज्ड (आरबीडी) पाम आयल के निर्यात पर पर प्रतिबंध रहेगा।

भारत में कच्चे पाम तेल को रिफाइन करने वाली यूनिट की सक्रियता बढ़ेगी

एफएमसीजी कंपनियों की लागत पर भी इंडोनेशिया के फैसले का असर होगा। क्रिसिल रिसर्च के डायरेक्टर पुशन शर्मा के मुताबिक इंडोनेशिया के फैसले का फायदा यह होगा कि भारत में कच्चे पाम तेल को रिफाइन करने वाली यूनिट की सक्रियता बढ़ेगी और उत्पादन का यह काम घरेलू स्तर पर होने लगेगा।

इंडोनेशिया के इस फैसले से वहां पाम तेल की कीमत गिर जाएंगी

उनका मानना है कि निकट भविष्य में इंडोनेशिया पाम तेल के निर्यात पर प्रतिबंध के अपने फैसले पर विचार कर सकता है। जानकारों के मुताबिक इंडोनेशिया के इस फैसले से वहां पाम तेल की कीमत गिर जाएंगी, जिससे वहां के किसानों को नुकसान होगा। तेल कारोबारियों के मुताबिक निर्यात की कीमतें बढ़ने से घरेलू स्तर पर कीमतें बढ़ना तय है और सोमवार को ही पाम तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छह प्रतिशत तक बढ़ गई।