Industrial production: अर्थव्यवस्था में मजबूती के संकेत, सितंबर में 3.1 फीसद बढ़ा औद्योगिक उत्पादन
प्राथमिक वस्तुओं से जुड़े क्षेत्रों के उत्पादन में 9.3 प्रतिशत की वृद्धि रही है। औद्योगिक उत्पादन से जुड़े सूचकांक में इसकी करीब 34 प्रतिशत हिस्सेदारी है। दैनिक उपभोग से जुड़ी वस्तुओं के उत्पादन में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि रही है।
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Fri, 11 Nov 2022 08:02 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में भारत का औद्योगिक उत्पादन 3.1 प्रतिशत बढ़ा है। सितंबर 2021 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) 4.4 फीसदी बढ़ा था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आईआईपी आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन सितंबर 2022 में 1.8 प्रतिशत बढ़ा है।
सितंबर के दौरान खनन उत्पादन में 4.6 प्रतिशत और बिजली उत्पादन में 11.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इससे पहले अगस्त और जुलाई में औद्योगिक उत्पादन में क्रमश: 0.7 प्रतिशत और 2.2 प्रतिशत की वृद्धि रही थी। आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2022 में मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में 1.8 प्रतिशत, बिजली क्षेत्र में 11.6 प्रतिशत, खनन क्षेत्र में 4.6 प्रतिशत की वृद्धि रही है। कैपिटल गुड्स का उत्पादन 10.3 प्रतिशत बढ़ा है। दैनिक उपभोग से जुड़ी वस्तुओं के उत्पादन में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि रही है।
विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट
रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कहा कि चार नवंबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.087 अरब डॉलर घटकर 529.994 अरब डॉलर रह गया। रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पिछले रिपोर्टिंग सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 6.561 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 531.081 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गया था, लेकिन यह बढ़त कायम नहीं रह सका।
अक्टूबर 2021 में, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 बिलियन अमरीकी डालर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। फारेन रिजर्व में गिरावट आ रही है क्योंकि केंद्रीय बैंक रुपये की गिरावट को रोकने के लिए डालर खर्च कर रहा है।आरबीआई द्वारा जारी साप्ताहिक सांख्यिकीय अनुपूरक के अनुसार, विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) जो समग्र भंडार का प्रमुख घटक हैं, 4 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान 120 मिलियन अमरीकी डालर घटकर 470.727 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गईं।