Industrial Production Rises: भारत का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन बढ़ा, जानिए किन सेक्टरों ने किया बेहतर प्रदर्शन
Industrial Production Rises राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (Index of Industrial Production) के आंकड़ों के मुताबिक औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि हुई है। अप्रैल-जून तिमाही 2022 में भारत का औद्योगिक उत्पादन 12.7 प्रतिशत बढ़ गया है।
By Sarveshwar PathakEdited By: Updated: Fri, 12 Aug 2022 05:57 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत का इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन पहले से काफी बढ़ा है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (Index of Industrial Production) के आंकड़ों के मुताबिक औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि हुई है। अप्रैल-जून तिमाही 2022 में भारत का औद्योगिक उत्पादन 12.7 प्रतिशत बढ़ गया है। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक जून 2022 में भारत का औद्योगिक उत्पादन 12.3 प्रतिशत बढ़ गया।
आपको बता दें कि भारत के औद्योगिक उत्पादन जून में लगातार दूसरे महीने दहाई अंक में बढ़कर 12.3 प्रतिशत हो गया है, जिसका मुख्य कारण मैन्युफैक्चरिं, बिजली और खनन सेक्टर का मजबूत प्रदर्शन है। हालांकि, आंकड़ों से पता चलता है कि औद्योगिक उत्पादन वृद्धि इस साल मई में दर्ज 19.6 प्रतिशत से कम है। अप्रैल में यह 6.7 फीसद थी। वहीं, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में कारखाना उत्पादन जून 2021 में 13.8 प्रतिशत बढ़ा था।
किस सेक्टर में कितनी हुई ग्रोथ?
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के आंकड़ों के अनुसार, एक साल पहले की अवधि में दर्ज 13.2 प्रतिशत की तुलना में जून 2022 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 12.5 प्रतिशत का विस्तार हुआ। बिजली क्षेत्र ने एक साल पहले 8.3 प्रतिशत की तुलना में 16.4 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई, जबकि खनन क्षेत्र में पिछले वर्ष 23.1 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में जून 2022 में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। इस साल अप्रैल-जून के दौरान आईआईपी 12.7 फीसदी बढ़ा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 44.4 फीसद बढ़ा था।पूंजीगत वस्तुओं का उत्पादन, जो कि निवेश का एक बैरोमीटर है, वह जून 2022 में 26.1 प्रतिशत बढ़ा, जो एक साल पहले इसी महीने में 27.3 प्रतिशत था। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेगमेंट एक साल पहले के 28 फीसद के मुकाबले 23.8 फीसदी बढ़ा है। प्राथमिक वस्तु खंड, जिसका सूचकांक में लगभग 34 प्रतिशत हिस्सा है, वह जून में 13.7 प्रतिशत बढ़ा है, जो एक साल पहले 12 प्रतिशत की वृद्धि थी। वहीं, कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल सेगमेंट की बात करें तो यह जून में 2.9 फीसदी बढ़ा है, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 3.9 फीसदी था।