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तीन महीने के निचले स्तर पर महंगाई, सितंबर में 5.02 प्रतिशत रही खुदरा मुद्रास्फीति

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में महंगाई दर तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है। यह गिरावट मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों की गिरती कीमतों के कारण है। सितंबर में खुदरा महंगाई दर गिरकर 5.02 फीसदी पर आ गई है जो आरबीआई के 6 फीसदी के अनुमान से कम है। पिछले दो महीने से महंगाई 6 प्रतिशत से उपर बनी हुई थी।

By AgencyEdited By: Gaurav KumarUpdated: Thu, 12 Oct 2023 06:17 PM (IST)
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खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी के कारण कम हुई मुद्रास्फीति
एजेंसी, नई दिल्ली: आर्थिक मोर्चे पर आज देश के लिए राहत की खबर सामने आई है। आज जारी सरकारी आंकड़ो के मुताबिक देश में महंगाई अपने तीन महीने के नीचले स्तर पर पहुंच गई है।

यह कमी मुख्य रुप से खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी के कारण आई है। सितंबर में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 5.02 प्रतिशत पर आ गई है।

आरबीआई के अनुमान स्तर के अंदर महंगाई

आपको बता दें कि सितंबर में रिटेल मुद्रास्फीति आरबीआई ने अनुमान के स्तर 6 प्रतिशत से नीचे आ गई है। इससे पहले मुद्रास्फिति जुलाई में 7.4 प्रतिशत और अगस्त में 6.8 प्रतिशत थी। इससे पहले जून के महीने में महंगाई में कमी देखी गई थी जब खुदरा मुद्रास्फीति 4.87 प्रतिशत थी।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में खाद्य पदार्थों की महंगाई दर पिछले महीने के 9.94 फीसदी से घटकर 6.56 फीसदी पर आ गई है।

आर्थिक जानकारों के मुताबिक खुदरा महंगाई दर लगातार कुछ महीनों तक पांच प्रतिशत के आसपास रहती है तो आरबीआइ भविष्य में ब्याज दरों में राहत देने पर भी विचार कर सकता है।

दाल की कीमतों में बढ़ोतरी

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में खाद्य तेल व वनस्पति के खुदरा दाम में पिछले साल सितंबर की तुलना में 14.04 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं, दाल व दलहन के दाम में 16.38 प्रतिशत, अनाज के दाम में 10.95 प्रतिशत तो मसाले के दाम में 23.06 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही।

सितंबर में किन वस्तुओं की कितनी रही महंगाई दर?

वस्तु महंगाई दर
अनाज व संबंधित उत्पाद 10.95 प्रतिशत
मांस व मछली 4.11 प्रतिशत
फल 7.30 प्रतिशत
दूध व दुग्ध उत्पाद 6.89 प्रतिशत
चीनी 4.52 प्रतिशत
कपड़े व फुटवियर 4.61 प्रतिशत
स्वास्थ्य 5.91 प्रतिशत