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सितंबर तिमाही में रियल एस्टेट क्षेत्र में संस्थागत निवेश 21 प्रतिशत घटा, इस वजह से आई कमी

इस साल जुलाई-सितंबर की अवधि में रियल एस्टेट क्षेत्र में संस्थागत निवेश में 21 प्रतिशत की गिरावट आई है। रियल एस्टेट कंसल्टेंसी कोलियर्स इंडिया के मुताबिक सितंबर तिमाही में सेक्टर को 793.4 मिलियन डॉलर का संस्थागत निवेश प्राप्त हुआ। कोलियर्स ने कहा कि कार्यालय संपत्तियों में कम प्रवाह के कारण कुल निवेश में गिरावट आई है। पढ़िए क्या है पूरी खबर।

By Jagran NewsEdited By: Gaurav KumarUpdated: Sat, 07 Oct 2023 06:35 PM (IST)
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सितंबर तिमाही में इस क्षेत्र में 79.34 करोड़ डालर का संस्थागत निवेश मिला है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली: इस वर्ष जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान रियल एस्टेट क्षेत्र में संस्थागत निवेश में 21 प्रतिशत की कमी रही है।

रियल एस्टेट कंसल्टेंट कोलियर्स इंडिया के अनुसार, सितंबर तिमाही में इस क्षेत्र में 79.34 करोड़ डालर का संस्थागत निवेश मिला है।

क्यों कम रहा निवेश?

कोलियर्स का कहना है कि आफिस संपत्तियों में प्रवाह में कमी के चलते कुल निवेश में कमी रही है। पिछले वर्ष समान अवधि में एक 100.21 करोड़ डॉलर का संस्थागत निवेश मिला था।

कोलियर्स इंडिया की ओर से शनिवार को जारी डाटा के अनुसार, आफिस संपत्तियों में बीती तिमाही में संस्थागत निवेश में 89 प्रतिशत की भारी गिरावट रही है और इसमें केवल 7.91 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ है।

पिछले साल कितना मिला था निवेश?

पिछले वर्ष समान अवधि में आफिस संपत्तियों में 69.43 करोड़ डॉलर का निवेश मिला था। इसी तरह मिश्रित इस्तेमाल वाली संपत्तियों में संस्थागत निवेश 73 प्रतिशत घटकर 2.72 करोड़ डॉलर रहा है, जो पिछले वर्ष समान अवधि में 10.08 करोड़ डॉलर था।

हालांकि, बीती तिमाही में आवासीय संपत्तियों में संस्थागत निवेश में 47 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही है और कुल 27.4 करोड़ डॉलर का निवेश मिला है। पिछले वर्ष समान तिमाही में आवासीय संपत्तियों में 18.7 करोड़ डॉलर का संस्थागत निवेश मिला था।

इंडस्टि्रयल और वेयरहाउसिंग संपत्तियों में बीती तिमाही में 34 करोड़ डॉलर का संस्थागत निवेश हुआ है। कुल संस्थागत निवेश में विदेशी निवेश की 77 प्रतिशत हिस्सेदारी रही है। डाटा के अनुसार, जुलाई-सितंबर के दौरान भले ही संस्थागत निवेश में कमी रही है लेकिन जनवरी-सितंबर के दौरान इसमें 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही है।