Irdai ने अमेरिकी बीमा कंपनियों को निवेश के लिए किया आमंत्रित, कहा- भारत में निवेश की अपार संभावनाएं
Irdai ने अमेरिका स्थित बीमा कंपनियों को भारत के घरेलू बाजार में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (Irdai) का कहना है कि भारत सरकार उदार नीति की व्यवस्था साथ कंपनियों को फलने फूलने के जबरदस्त मौके मुहैया कराती है।
By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Thu, 25 Aug 2022 11:07 AM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी। भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (Irdai) ने अमेरिका स्थित बीमा कंपनियों को घरेलू बाजार में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। इरडाई (Insurance Regulatory and Development Authority of India, Irdai) का कहना है कि भारत सरकार उदार नीति की व्यवस्था साथ कंपनियों को फलने फूलने के जबरदस्त मौके मुहैया कराती है। इरडाई के अध्यक्ष देबाशीष पांडा (Debashish Panda) ने कहा कि बीमा क्षेत्र में भी भारत अमेरिकी आर्थिक भागीदारी को मजबूत किया जाएगा।
देबाशीष पांडा (Debashish Panda) ने कहा कि भारत सरकार की नीतियों ने कंपनियों के खर्चों के प्रबंधन को युक्तिसंगत बनाया है और इसका निर्धारण करने की जिम्मेदारी कंपनियों पर छोड़ दी है कि वे कैसे और कहां खर्च करना चाहती हैं। हम कमीशन, रिवार्ड भुगतान, वेतन जैसी हर चीज पर कोई सीमा नहीं लगाना चाहते हैं। हमने इसे कंपनियों के बोर्ड पर ही छोड़ दिया है।देबाशीष पांडा (Debashish Panda) ने कहा कि यदि आप निजी भारतीय बीमा कंपनियों को देखें, तो पाते हैं कि अमेरिकी बीमा कंपनियों की तुलना में इनमें इक्विटी पर औसतन अधिक रिटर्न (आरओई) है। ऐसे में अमेरिकी कंपनियों के भारत में आने और निवेश करने की जबरदस्त संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय निजी क्षेत्र की बीमा कंपनियों का आरओई (Return on Rquity, ROE) औसतन 23 फीसदी है, जबकि अमेरिकी कंपनियों का आरओई 13 फीसद...
देबाशीष पांडा (Debashish Panda) ने कहा कि अगर हम जोखिमों पर गौर करें तो भी यह संख्या अमेरिकी बीमा कंपनियों की तुलना में लगभग 500-600 बीपीएस अधिक होगी। 50 मुख्य कंपनियों में से एशियाई देशों में अमेरिकी बीमा कंपनियों की संख्या के बारे में बताते हुए इरडाई के अध्यक्ष ने कहा कि चीन में 14 अमेरिकी बीमा कंपनियां हैं, सिंगापुर में 14, हांगकांग में 13, इंडोनेशिया में 10 जबकि मलेशिया और थाईलैंड में 50 में से 9-9 कंपनियां हैं।