Interim Budget 2024: क्या होता है अंतरिम बजट और कब किया जाएगा पेश, यहां जानें सारी जरूरी जानकारी
भारत की केंद्र वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जल्द ही अतरिंम बजट पेश करने वाली है। क्या आप भी इन सवालों का जवाब चाहते हैं कि आम बजट और अंतरिम बजट में क्या फर्क है और ये कम पेश किया जाएगा? ऐसे में हम आपको इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। यहां आपको 2023-24 अंतरिम बजट से जुड़ी सारी जानकारी दी जाएगी।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। जैसा कि हम जानते हैं कि केंद्र सरकार जल्द ही बजट पेश करने के लिए तैयार है। मगर इस बार का बजट अंतरिम बजट होगा, क्योंकि इस साल में आम चुनाव होने वाले हैं। अब सवाल ये उठता है कि अंतरिम बजट क्या होता है और यह आम बजट से कैसे अलग है।
आपके इस सारे सवालों के जवाब हम यहां देने वाले हैं। हम आपको बताएंगे कि अंतरिम और आम बजट में क्या फर्क होता है और इस बार बजट कब और इसके द्वारा पेश किया जाएगा। आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
कब पेश होगा बजट
- सबसे पहले जानते हैं कि बजट कब पेश किया जाएगा। बता दें कि केंद्र वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को सुबह 11:00 बजे संसद में अंतरिम बजट 2024-2025 पेश करने वाली हैं।
- जैसा कि हम बता चुके है कि इस साल देश में चुनाव होने वाले हैं और ये एक अतरिंम बजट होगा । ऐसे में आपके लिए ये जानना जरूरी है कि अंतरिम बजट क्या होता है।
- अंतरिम बजट एक अस्थायी वित्तीय बजट है , जो सरकार द्वारा तैयार किया जाता हैं। यह बजट तब तक मान्य होता है, जब तक नई सरकार शासन नहीं संभाल लेती है।
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क्या होता है अंतरिम बजट
- जैसा कि हम बता चुके है कि अंतरिम बजट , सलाना या आम बजट से अलग होता है। इसमें वित्तीय वर्ष के शुरुआती महीनों को कवर करने वाला एक छोटा बजट बनाया है।
- इस बजट से सरकार अपनी आय और व्यय की रूपरेखा तैयार करता है, जिससे वह चुनाव के बाद नई सरकार के गठन तक खर्चों का आसानी से मैनेज कर सकें।
- ये बजट तब ही पेश किया जाता है, जब सरकार के कार्यकाल का अंतिम समय चल रहा हो और कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हो।
- यह एक अस्थायी होता है, जिसमें इस बात का ध्यान रखा जाता है कि सरकारी खर्च और संचालन तब तक जारी रहें जब तक कि नई सरकार नहीं बन जाती या चुनाव के बाद पूरा बजट पेश नहीं किया जाता।
- अगर आम बजट की बात करें तो यह पूरे साल का बजट होता है और पूरे वित्तीय वर्ष को कवर करता है। इसमें राजस्व, व्यय, नीतिगत पहल, आर्थिक अनुमान, कर प्रस्ताव और अन्य वित्तीय खर्चों को जगह दी जाती है।
- सीधी भाषा में कहे तो आम बजट में सरकार अपने वित्तीय और आर्थिक एजेंडे की रूपरेखा तैयार करती है।