म्यूचुअल फंड की नहीं थम रही रफ्तार, पिछले पांच सालों में AUM को लगे पंख
Mutual Funds म्यूचुअल फंड काफी शानदार रिटर्न देने के लिए जाता है। बैंकबाजार की एक रिपोर्ट बताती है कि भारत में म्यूचुअल फंड पर औसत दस साल का रिटर्न 20 फीसदी है। देश में म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या भी 4 करोड़ के पार पहुंच गई है। इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश भी लगातार बढ़ रहा है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। म्यूचुअल फंडों ने जुलाई-सितंबर की तिमाही में 66.2 लाख करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का प्रबंधन किया। पिछले पांच साल में म्यूचुअल फंडों की परिसंपत्तियों में किसी तिमाही में यह सबसे ऊंची वृद्धि है। अप्रैल-जून की अवधि में औसत तिमाही प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 59 लाख करोड़ रुपये रही थीं। विशेषज्ञों के मुताबिक, एयूएम में तीव्र बढ़ोतरी इक्विटी बाजारों में तेजी और इक्विटी योजनाओं को मिले रिकॉर्ड निवेश को दर्शाती है।
वहीं, अगस्त में म्यूचुअल फंड उद्योग में 1.08 लाख करोड़ का निवेश हुआ। अगस्त में इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश तीन प्रतिशत बढ़कर 38,239 करोड़ रुपये रहा। जुलाई में 37,113 करोड़ रुपये का निवेश आया था। मंगलवार को एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के आंकड़ों से पता चलता है कि यह लगातार 42वां महीना है, जब इक्विटी में शुद्ध निवेश आया है। इससे पता चल रहा है कि म्यूचुअल फंड में लोगों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है और इसमें निवेश बढ़ा रहे हैं।
देश के सबसे बड़े स्टॉक ब्रोकर और म्यूचुअल फंड SIP डिस्ट्रीब्यूटर Groww का कहना है कि जुलाई के मुकाबले अगस्त 2024 के म्यूचुअल फंड में निवेश में कुछ अहम चीजें नोटिस की जा सकती हैं। एक तो स्मॉल और मिड कैप फंड्स के मुकाबले लॉर्ज कैप फंड्स में इनफ्लो 200 बेसिस प्वाइंट बढ़ा है। दूसरी तरफ, सेक्टोरल या फिर थीमेटिक फंड्स में इनफ्लो 15 फीसदी घटा है।
कोटक महिंद्रा एएमसी के नेशनल हेड (सेल्स, मार्केटिंग और डिजिटल बिजनेस) मनीष मेहता ने कहा, 'एसआईपी (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) और एनएफओ (न्यू फंड ऑफरिंग) में निवेश से शुद्ध प्रवाह उत्साहजनक बना हुआ है। एनएफओ निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड में एकमुश्त आवंटन का पसंदीदा मार्ग प्रतीत होता है, क्योंकि योजनाओं में निर्धारित समयावधि में निवेश करने की स्वतंत्रता होती है।'
अगस्त में 1.08 लाख करोड़ का निवेश
कुल मिलाकर म्यूचुअल फंड उद्योग में अगस्त में 1.08 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि जुलाई में यह आंकड़ा 1.90 लाख करोड़ रुपये था। इस निवेश के साथ उद्योग की प्रबंधन के तहत शुद्ध परिसंपत्तियां जुलाई के अंत के 65 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर अगस्त के अंत में 66.7 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गईं। यह चीज निवेशकों के म्यूचुअल फंड, खासकर इक्विटी म्यूचुअल में भरोसे को दर्शाती है।
आंकड़ों के अनुसार, केंद्रित और इक्विटी लिंक्ड बचत योजना (ईएलएसएस) श्रेणियों को छोड़कर, अन्य सभी श्रेणियों में अच्छा शुद्ध निवेश हुआ। इक्विटी योजनाओं के अंदर क्षेत्र विशेष फंड ने समीक्षाधीन महीने के दौरान 18,117 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया।हालांकि, जुलाई में 18,386 करोड़ रुपये और जून में 22,352 करोड़ रुपये की तुलना में इस सेगमेंट में निवेश कम रहा। अगस्त में डेट-ओरिएंटेड योजनाओं में 45,169 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ, जो पिछले महीने 1.20 लाख करोड़ रुपये से 62 प्रतिशत कम था।
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