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Train में चादर-तकिया लेकर करें सफर, बेड रोल मिलने में इस कारण लगेगा टाइम

IRCTC Train bedroll supply कोरोना काल में ट्रेन में कंबल-तकिया देने पर लगी रोक को रेलवे बोर्ड ने दस मार्च को हटा दिया था। लेकिन दिल्ली मंडल में ये सुविधा शुरू करने के लिए अभी तैयारी चल रही है।

By Ashish DeepEdited By: Updated: Sat, 26 Mar 2022 07:18 AM (IST)
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रेलवे ने काफी पहले बेड रोल देने की बात कही थी। (Pti)
नई दिल्ली, संतोष कुमार। ट्रेनों में कंबल, चादर, तौलिया आदि उपलब्ध कराने पर रोक हटने के बावजूद इसे शुरू होने में कुछ समय लगेगा। अभी तक दिल्ली मंडल की किसी भी ट्रेन में यह सुविधा शुरू नहीं हुई है। AC कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों को यह सुविधा जल्द उपलब्ध कराने के लिए काम चल रहा है। हालांकि, यह सेवा कब शुरू होगी इसकी कोई तारीख अभी नहीं बताई जा रही है।राजधानी सहित लंबी दूरी की अन्य ट्रेनों में यात्रियों को कंबल, चादर, तकिया, तौलिया उपलब्ध कराया जाता है। कोरोना संक्रमण की वजह से मार्च, 2020 में यह सेवा बंद कर दी गई थी। यात्री इसे शुरू करने की मांग कर रहे थे।

दिल्ली सहित कई मंडलों में यात्रियों के लिए पिछले वर्ष शुल्क आधारित सेवा शुरू की गई है। यात्री प्रमुख रेलवे स्टेशनों और कुछ ट्रेनों में शुल्क देकर कंबल, चादर आदि खरीद सकते हैं। दस मार्च को रेलवे बोर्ड ने सभी क्षेत्रीय रेलवे को पत्र जारी कर इस सेवा पर लगी रोक हटाने का निर्देश दिया था। इसमें चरणबद्ध तरीके से इस सेवा को शुरू करने की बात कही गई थी। निर्देश जारी होने के एक पखवारे बाद भी अधिकांश ट्रेनों में यह सुविधा नहीं मिल रही है। इसे लेकर यात्री इंटरनेट मीडिया पर नाराजगी जता रहे हैं।

वहीं, रेलवे बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि कंबल, चादर आदि की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए चरणबद्ध तरीके से निर्देश को लागू किया जा रहा है। दो वर्ष तक यह सेवा बंद रही, इसलिए पहले से उपलब्ध कंबल, चादर आदि उपयोग करने योग्य नहीं रह गए हैं। नई खरीद की प्रक्रिया चल रही है। कोरोना काल से पहले की तरह यात्रियों को यह सेवा मिल सके इसके लिए रेल प्रशासन काम कर रहा है।

दिल्ली मंडल की 55 ट्रेनों में शुरू होगी सेवा

राजधानी व हमसफर सहित दिल्ली मंडल की 55 ट्रेनों में कोरोना काल से पहले वातानुकूलित कोच के यात्रियों को कंबल, चादर आदि दिए जाते थे। इन ट्रेनों में यात्रा करने वालों को फिर से यह सेवा शुरू होने का इंतजार है। अधिकारियों का कहना है कि इस सेवा को शुरू करने के लिए कंबल, चादर आदि की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। ट्रेनों में इनके सही तरह से वितरण और इनकी सफाई के लिए लांड्री को फिर से शुरू करने का काम चल रहा है। अगले कुछ दिनों में यह काम पूरा हो जाएगा। उसके बाद यात्रियों की परेशानी दूर हो जाएगी।

ट्रेनों में लगाए जा रहे पर्दे

चेन्नई राजधानी और तिरुवनंतपुरम राजधानी, धौलाधार एक्सप्रेस और सैनिक एक्सप्रेस के वातानुकूलित कोच में फिर से पर्दे लगा दिए गए हैं। आने वाले दिनों में अन्य ट्रेनों में भी यह सुविधा उपलब्ध होगी।