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बीमाधारकों की रक्षा के लिए शिकायत कमेटी को मजबूत बनाएगा IRDA, सरकार जल्द ला सकती है नया नियम

IRDA सभी प्रकार के इंश्योरेंस की खरीदारी के लिए बीमा सुगम पोर्टल भी जल्द ही शुरू करने जा रहा है। पिछले महीने IRDA ने सभी प्रमुख इंश्योरेंस कंपनियों के सीईओ के साथ बीमा सुगम प्लेटफार्म से जुड़ने को लेकर चर्चा की थी।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Sat, 17 Jun 2023 12:45 AM (IST)
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शिकायत कमेटी को मजबूत बनाने से ग्राहकों को बिना किसी खर्च के अपने सभी दावों के निपटान में मदद मिलेगी।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) पॉलिसीधारकों की रक्षा के लिए इंश्योरेंस से जुड़ी शिकायत कमेटी को मजबूत बनाने जा रहा है। इरडा के चेयरमैन देबाशीष पांडा ने शुक्रवार को इंश्योरेंस ब्रोकर्स एसोसिएशन के एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार ग्राहकों को अधिक सुरक्षित करने के लिए नया नियम ला सकती है।

सलाहकार समिति का हुआ गठन

देबाशीष ने कहा कि ग्राहकों के बीमा दावों को बिल्कुल सुगम बनाने के लिए इरडा बीमा के पूरे इको सिस्टम के साथ काम करने का प्रयास कर रहा है। इरडा ने पहले से मौजूद शिकायत कमेटी की समीक्षा करने के लिए हाल ही में एक सलाहकार समिति का गठन किया है।

ग्राहकों को सभी दावों के निपटान में मिलेगी मदद

शिकायत कमेटी को मजबूत बनाने से ग्राहकों को बिना किसी खर्च के अपने सभी दावों के निपटान में मदद मिलेगी। अभी इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से कई बार विभिन्न कारणों से ग्राहकों के दावों में कटौती कर दी जाती है तो कई बार पूरी तरह से कोई भी राशि देने से मना कर दिया जाता है।

बीमा सुगम पोर्टल की जल्द होगी शुरूआत

दावों के निपटान के लिए उपभोक्ता अदालत के चक्कर तक ग्राहकों को लगाने पड़ते हैं। उपभोक्ता मामले विभाग में सबसे अधिक शिकायत इंश्योरेंस कंपनी के खिलाफ आती है। इरडा सभी प्रकार के इंश्योरेंस की खरीदारी के लिए बीमा सुगम पोर्टल भी जल्द ही शुरू करने जा रहा है। पिछले महीने इरडा ने सभी प्रमुख इंश्योरेंस कंपनियों के सीईओ के साथ बीमा सुगम प्लेटफार्म से जुड़ने को लेकर चर्चा की थी।

बीमा को खरीदने में होगी आसानी

पिछले साल जून से बीमा सुगम पोर्टल को बनाने की तैयारी चल रही है। इस प्लेटफार्म के आरंभ होने से सभी प्रकार के बीमा को खरीदने से लेकर उनके निपटान तक में आसानी होगी और कंपनी और ग्राहक दोनों की लागत कम हो जाएगी। वहीं इंश्योरेंस सेक्टर में होने वाले फर्जीवाड़े में भी कमी आएगी।