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Isha Ambani बनीं जियो फाइनेंशियल सर्विसेज में डायरेक्टर, पूर्व IAS अधिकारी को भी सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

रिलायंस की ओर से अपनी वित्तीय ईकाई का डिमर्ज कर दिया है। कंपनी की इस ईकाई को जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के नाम से आगे चलकर लिस्ट किया जाएगा। ये कंपनी कैपिटल के आधार पर देश की पांचवी सबसे बड़ी वित्तीय कंपनी होगी। कंपनी का डिमर्जर एक जुलाई से प्रभावी हो गया है और इसकी रिकॉर्ड डेट 20 जुलाई निर्धारित की गई है।

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sat, 08 Jul 2023 06:14 PM (IST)
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ईशा अंबानी को जियो फाइनेंशियल सर्विसेज में डायरेक्टर बना दिया गया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से शनिवार को कहा गया कि ईशा और पूर्व सीएजी राजीव महर्षि को कंपनी की वित्तीय ईकाई का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है।

रिलायंस की ओर से इससे पहले एलान किया गया था कि कंपनी अपनी फाइनेंसियल सर्विसेज को अलग कर नई रिलायंस स्ट्रेटेजिक इन्वेटमेंट लिमिटेड के तहत ला रही है, जिसके बाद इसे जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के नाम से बाजार में लिस्ट किया जाएगा। 

बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की मीटिंग में हुआ फैसला

7 जुलाई को नई कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग हुई थी। इसमें ईशा अंबानी को नॉन-एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और रिलायंस के एक्जीक्यूटिव अंशुमन ठाकुर को नॉन-एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर बनाया गया है। राजीव महर्षि होम सेक्रेटरी के सीएजी रह चुके हैं। उन्हें करीब पांच साल के लिए ये पद सौंपा गया है। साथ ही इंडियन बैंक एसोसिएशन के चीफ एक्जीक्यूटिव सुनिल मेहता और पीडब्लूसी के साथ सीए रह चुके बिमल मनु तन्ना को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर बनाया गया है।

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड का कारोबार

कंपनी भविष्य में डाटा एनालिटिक्स के आधार पर उपभोक्ताओं और व्यापारियों को लोन देगी। इसके बाद बीमा, डिजिटल ब्रोकिंग, भुगतान और एसेट मैनेजमेंट तक अपने कारोबार को फैलाएगी। रिलायंस की कोशिश इस कंपनी के जरिए फाइनेंशियल सेक्टर में अपने पांव जमाने की है। 

स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक, डिमर्जर एक जुलाई, 2023 से प्रभावी होगा। 20 जुलाई को नई कंपनी के शेयर अलॉटमेट की रिकॉर्ड डेट निर्धारित की गई है।

देश की पांचवी सबसे बड़ी वित्तीय कंपनी

कैपिटल के आधार पर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड देश की पांचवी सबसे बड़ी कंपनी होगी। इसका मुकाबला सीधे तौर पर पेटीएम और बजाज फाइनेंस से होगा। कंपनी की कोशिश तेजी से अपने विस्तार पर होगी।