Jio Financial Services के जरिए फाइनेंस जगत में धाक जमाएगी रिलायंस, रिन्यूबल कारोबार में बड़े निवेश की तैयारी
Mukesh Ambani की ओर से कंपनी की एनुअल रिपोर्ट में कहा गया कि जियो फाइनेंसियल सर्विसेज का उद्देश्य ग्राहकों को सरल किफायती और इनोवेटिव डिजिटल फर्स्ट सॉल्यूशन उपलब्ध करना है। कंपनी ने म्यूचुअल फंड कारोबार में उतरने के लिए ब्लैकरॉक से साझेदारी की है। इसके साथ ही कंपनी के पास रिलायंस इंडस्ट्रीज का 6.1 प्रतिशत हिस्सा है। (फोटो - जागरण फाइल)
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Mon, 07 Aug 2023 09:36 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। रियालंस इंडस्ट्रीज से जियो फाइनेंसियल सर्विसेज के अलग होने के बाद चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी का बयान सामने आया है। रियालंस इंडस्ट्रीज की एनुअल रिपोर्ट में उन्होंने कहा है कि जियो फाइनेंसियल सर्विसेज का उद्देश्य ग्राहकों को सरल, किफायती और इनोवेटिव डिजिटल फर्स्ट सॉल्यूशन उपलब्ध करना है।
रिपोर्ट में आगे उन्होंने कहा कि जियो फाइनेंसियल रिलायंस की टेक्नोलॉजी क्षमताओं का फायदा उठाकर फाइनेंसियल सर्विसेज को उपलब्ध कराएगी। साथ ही भारतीय नागरिकों के लिए फाइनेंसियल सर्विसेज को लोकतांत्रिक बानाएगी।
जुलाई में रिलायंस इंडस्ट्रीज से अगल हुई थी जियो फाइनेंसियल सर्विसेज
पिछले महीने ही रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी फाइनेंसियल सर्विसेज कंपनी रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड को अलग कर दिया और इसका नाम बदलकर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) कर दिया। जल्दी ही इसके शेयर को लिस्ट किया जाएगा ।
रिपोर्ट में बताया गया कि नई कंपनी की आय बेशक कम हो, लेकिन इसके पास रिलायंस इंडस्ट्रीज का 6.1 प्रतिशत शेयर है और हाल ही में कंपनी ने ब्लैकरॉक के साथ मिलकर म्यूचुअल फंड कारोबार में लिए साझेदारी का एलान किया है।
नए कारोबार को खड़ा करने में अंबानी का ट्रेक रिकार्ड शानदार
रिलायंस के लिए नए कारोबारों को खड़ा करने का मुकेश अंबानी का ट्रैक रिकॉर्ड काफी शानदार है। उनकी कंपनी रिलायंस जियो देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है। कंपनी के पास 430 मिलियन सब्सक्राइर्ब्स हैं। रिटेल सेगमेंट में भी मौजूदा समय में रिलायंस रिटेल देश की सबसे बड़ी कंपनी गई है।