Jio ने TRAI को लिखा पत्र, सैटेलाइट और मोबाइल सर्विस के लिए स्पेक्ट्रम के लचीला उपयोग के लिए मांगी अनुमति
देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो के स्वामित्व वाली जियो सैटेलाइट कम्युनिकेशंस ने सैटेलाइट और मोबाइल नेटवर्क के लिए लचीले स्पेक्ट्रम उपयोग की अनुमति देने के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) में आवेदन किया है। जियो ने कहा कि तकनीक विकसित हो रही है जो सैटेलाइट और स्थलीय नेटवर्क के एकीकरण की अनुमति देगी। पढ़िए क्या है पूरी खबर।
By AgencyEdited By: Gaurav KumarUpdated: Wed, 06 Sep 2023 02:12 PM (IST)
नई दिल्ली, एजेंसी: देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) की जियो सैटेलाइट कम्युनिकेशंस ने सैटेलाइट और मोबाइल फोन सेवा नेटवर्क के लिए स्पेक्ट्रम के लचीले उपयोग की अनुमति लेने के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) को पत्र लिखा है।
जियो ने ट्राई से किया यह आग्रह
कंपनी ने कल TRAI के अध्यक्ष पीडी वाघेला को लिखे एक पत्र में कहा कि टेक्नोलॉजी विकसित हो रही है जो सैटेलाइट और स्थलीय नेटवर्क के अभिसरण को सक्षम करेगी और इसलिए ट्राई को स्थलीय और सैटेलाइट सेवाओं के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी के लचीले उपयोग पर विचार करना चाहिए।
जियो ने न्यूजीलैंड सरकार के फैसले का दिया हवाला
अपने पत्र में, जियो सैटेलाइट ने 24-30 गीगाहर्ट्ज बैंड में हाई फ्रीक्वेंसी के लचीले उपयोग की अनुमति देने के न्यूजीलैंड सरकार के फैसले का हवाला दिया।
पत्र में जियो सैटेलाइट ने कहा कि
स्पेक्ट्रम के लचीले उपयोग का यह सुझाव प्रौद्योगिकी और मानकों में नवीनतम परिवर्तनों पर आधारित है जिसने एकीकृत और अभिसरण नेटवर्क के निर्माण की अनुमति दी है। हम इसके रिलीज-17 में 3जीपीपी विनिर्देशों को दोहराते हैं जो पहले से ही उपग्रह और स्थलीय नेटवर्क के अभिसरण को सक्षम कर चुके हैं।
जियो ने "स्पेस्ड आधारित संचार सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम के आवंटन" पर ट्राई के परामर्श पत्र के जवाब में पहले ही अपनी टिप्पणियां प्रस्तुत कर दी हैं। टिप्पणियों के लिए परामर्श पत्र 1 जून को बंद हो गया।