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निवेशकों के लिए खुल रहा है Jupiter Hospital का IPO, जानिए क्या है प्राइस बैंड और बाकी जानकारी

Jupiter Hospital IPO बाजार में अभी भी आईपीओ का सिलसिला थमा नहीं है। अगले हफ्ते Jupiter Hospital का आईपीओ निवेशकों के लिए खुलने वाला है। कंपनी ने बताया कि वह इस आईपीओ के जरिये 869 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहे हैं। कंपनी ने आईपीओ का प्राइस बैंड 695-735 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया है। ( जागरण फाइल फोटो)

By AgencyEdited By: Priyanka KumariUpdated: Fri, 01 Sep 2023 01:50 PM (IST)
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निवेशकों के लिए खुल रहा है Jupiter Hospital का IPO

 नई दिल्ली, एजेंसी। IPO: अगले हफ्ते मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल चेन से ज्यूपिटर हॉस्पिटल का आईपीओ () निवेशकों के लिए खुलेगा। यह आईपीओ 6 सितंबर 2023 से 8 सितंबर 2023 तक निवेशकों के लिए खुलेगा। वहीं, 5 सितंबर 2023 को एंकर निवेशकों के लिए कंपनी अपना आईपीओ खोलेगी। कंपनी इस आईपीओ के जरिये 869 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है।

कंपनी ने आईपीओ का प्राइस बैंड 695-735 रुपये प्रति शेयर तय किया है।

ज्यूपिटर हॉस्पिटल का आईपीओ

कंपनी इस आईपीओ में 542 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर जारी करेगा। इसमें प्रमोटर समूह संस्थाओं और अन्य शेयरधारकों द्वारा 44.5 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश (ओएफएस) शामिल है।

आपको बता दें कि पिछले महीने जुपिटर हॉस्पिटल ने प्री-आईपीओ राउंड में संस्थागत निवेशकों से 123 करोड़ रुपये जुटाए। इससे नए इश्यू का आकार कम हो गया। आईपीओ से निचले मूल्य बैंड पर 851.28 करोड़ रुपये और ऊपरी मूल्य बैंड पर 869.08 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।

निवेशक कम से कम 20 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं।

आईपीओ का उद्देश्य

कंपनी इस आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए करेगी। इसके अलावा वह सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी इसका उपयोग करेगी।

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एडलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज और जेएम फाइनेंशियल इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं। इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।

ज्यूपिटर हॉस्पिटल के बारे में

ज्यूपिटर हॉस्पिटल ठाणे, पुणे और इंदौर में संचालित होती है। इसकी टोटल बेड कैप्सिटी दिसंबर 2022 तक 1,194 थी। ज्यूपिटर हॉस्पिटल महाराष्ट्र के डोंबिवली में एक मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल विकसित करने की योजना बना रही है। इसमें 500 से अधिक बेड कैपेसिटी के लिए लडिजाइन किया जा रहा है। इस साल अप्रैल में अस्पताल का निर्माण शुरू किया गया था।