Kotak Mahindra Bank का मुनाफा 18% बढ़ा, डिविडेंड का भी एलान, पिछले दिनों RBI ने लिया था बैंक पर एक्शन
कोटक महिंद्रा बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 की आखिरी तिमाही के नतीजों का एलान कर दिया है। प्राइवेट सेक्टर के तीसरे सबसे बड़े बैंक को मार्च तिमाही में 4133 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ है। यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 18 फीसदी अधिक है। ब्याज से कमाई 13 फीसदी बढ़कर 6909 करोड़ रुपये पर रही है। बैंक ने एनालिस्टों की उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। Kotak Mahindra Bank Results: कोटक महिंद्रा बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 की आखिरी तिमाही के नतीजों का एलान कर दिया है। प्राइवेट सेक्टर के तीसरे सबसे बड़े बैंक को मार्च तिमाही में 4,133 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ है। यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 18 फीसदी अधिक है। कोटक की ब्याज से कमाई 13 फीसदी बढ़कर 6,909 करोड़ रुपये पर रही है। बैंक ने एनालिस्टों की उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है।
असेट क्वालिटी भी बेहतर हुई
मार्च तिमाही में बैंक का ग्रॉस NPA घटकर 1.39 फीसदी पर आ गया। यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1.78 फीसदी पर था। नेट NPA भी सालाना आधार पर 0.37 फीसदी से कम हो कर 0.34 फीसदी पर आ गया है। कोटक बैंक की नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) तिमाही आधार पर 5.22 फीसदी से बढ़कर 5.28 फीसदी पर रही है।
2 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड
कोटक महिंद्रा बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 2 रुपये प्रति शेयर का डिविडेंड देने की बात कही है। हालांकि, यह डिविडेंड तभी मिलेगा, जब आगामी AGM में इसे शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मिल जाएगी।
कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर
पिछले दिनों रिजर्व बैंक (RBI) ने कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के खिलाफ सख्त एक्शन लिया था। उसने कोटक को नए क्रेडिट कार्ड जारी करने के साथ ही ऑनलाइन माध्यम से नए ग्राहक जोड़ने पर भी पाबंदी लगा दी थी। इससे कोटक के शेयरों में तेज गिरावट आई।कोटक के शेयर शुक्रवार (3 मई) को 1.81 फीसदी की गिरावट के साथ 1,547.25 रुपये पर बंद हुए थे। पिछले 6 महीने में कोटक से निवेशकों को 11 और सालभर में 20 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न मिला है। अभी तक किसी ब्रोकरेज ने बैंक की रेटिंग नहीं घटाई है। लेकिन, बैंक मैनेजिंग डायरेक्टर केवीएस मेनन के इस्तीफे से निवेशकों का भरोसा थोड़ा कमजोर जरूर हुआ है।यह भी पढ़ें: HDFC बैंक, Paytm और अब कोटक महिंद्रा बैंक; वित्तीय संस्थानों के खिलाफ इतनी सख्ती क्यों कर रहा RBI?