Zomato Target Price: बुरा था जोमैटो का हाल, उस एक डील से बदली तकदीर
फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो के शेयर निवेशकों को शानदार रिटर्न दे रहे हैं। गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) समेत कई दिग्गज ब्रोकरेज इसका टारगेट प्राइस बढ़ा चुके हैं। लेकिन आज 190 रुपये तक पहुंच चुके जोमैटो के शेयर साल 2022 में 41 रुपये तक आ गए थे। उस वक्त कंपनी का भविष्य काफी डांवाडोल लग रहा था। आइए जानते हैं कि कंपनी अपने बुरे दौर से कैसे निकली।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो की ग्रोथ काफी तेज हो गई है। इसके शेयर भी निवेशकों को शानदार रिटर्न दे रहे हैं। गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) समेत कई दिग्गज ब्रोकरेज इसका टारगेट प्राइस बढ़ा चुके हैं।
लेकिन, आज 190 रुपये तक पहुंच चुके जोमैटो के शेयर साल 2022 में 41 रुपये तक आ गए थे। उस वक्त कंपनी का भविष्य काफी डांवाडोल लग रहा था। वजह थी कि कोरोना के बाद लोग बाहर जाकर खाने-पीने लगे थे और ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना कम कर रहे थे।
उस वक्त दीपिंदर गोयल की जोमैटो के सामने वजूद बचाने का संकट खड़ा हो गया था। लेकिन, उसी साल जोमैटो ने इंस्टैंट ग्रोसरी डिलीवरी करने वाली ब्लिंकइट (Zomato-Blinkit Deal) को करीब साढ़े 4 हजार करोड़ रुपये में खरीद लिया।
Blinkit से Zomato को फायदा
इस डील ने जोमैटो के लिए संजीवनी का काम किया। उसके रेवेन्यू में जोरदार उछाल आया। दरअसल, ब्लिंकइट काफी कम समय में ग्रोसरी का समान डिलीवर कर देती है। इंस्टैंट डिलीवरी का यह सेगमेंट काफी तेजी से बढ़ रहा है। आप ऑर्डर प्लेस करके बाथरूम में नहाने जाइए और बाहर निकलने तक आपका ऑर्डर दरवाजे पर होगा।
दिग्गज रेटिंग एजेंसी गोल्डमैन सैक्स ने भी जोमैटो का टारगेट प्राइस बढ़ाते हुए खासतौर पर ब्लिंकइट से होने वाली कमाई का जिक्र किया। गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि ब्लिंकइट की इंपाइल्ड वैल्यू जोमैटो के फूड डिलीवरी बिजनेस के मुकाबले कहीं ज्यादा है। फिलहाल, ब्लिंकइट की प्रति शेयर वैल्यू 119 रुपये है। वहीं, फूड डिलीवरी सेगमेंट का 98 रुपये प्रति शेयर है।