Make-in-India को मिली बड़ी सफलता, अग्रणी Laptop और IT Hardware कंपनियां भारत में बनाएंगी अपना प्रोडक्ट
एक आधिकारिक सूत्र के अनुसार वैश्विक पीसी निर्माताओं सहित लगभग 44 आईटी उपकरण निर्माताओं ने भारत में लैपटॉप टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर बनाने के लिए पंजीकरण कराया है। आधिकारिक सूत्र की मानें तो देश को मोबाइल फोन के निर्माण में पीएलआई के तहत आईटी हार्डवेयर के निर्माण में हासिल की गई सफलताओं को दोहराने की उम्मीद है। पढ़िए क्या है पूरी खबर।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: देश में मेक-इन-इंडिया को बड़ा बूस्ट मिला है। एक आधिकारिक सूत्र के मुताबिक वैश्विक पीसी निर्माताओं सहित लगभग 44 आईटी हार्डवेयर निर्माताओं ने भारत में लैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर के निर्माण के लिए पंजीकरण कराया है।
PLI से हुआ फायदा
आधिकारिक सूत्र ने किसी कंपनी का नाम लिए बिना कहा कि देश में आईटी हार्डवेयर उत्पादन में मिली सफलता को दोहराने की उम्मीद है जो प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना के तहत मोबाइल फोन विनिर्माण में हासिल की गई है।
अधिकारी ने कहा कि
अग्रणी लैपटॉप कंपनियों ने पीएलआई के लिए पंजीकरण कराया है और उनमें से कुछ किसी भी समय भारत में विनिर्माण शुरू करने के लिए तैयार हैं। वैश्विक सर्वर कंपनियों ने कहा है कि वे भारत को सर्वर के लिए निर्यात केंद्र बनाना चाहते हैं
30 अगस्त है आखिरी तारीख
सरकार ने 17,000 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना के तहत आईटी हार्डवेयर निर्माण की आखिरी तारीख 30 अगस्त तय की है। काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, जून 2023 तिमाही में पर्सनल कंप्यूटर सेगमेंट में लेनोवो, एचपी, डेल, एपल और एसर शीर्ष पांच कंपनियां थीं।
केवल वैध लाइसेंस वाले पीसी होंगे आयात
आपको बता दें कि अभी हाल ही में सरकार ने एक नवंबर से प्रतिबंधित श्रेणी में वैध लाइसेंस वाले लैपटॉप, टैबलेट और पर्सनल कंप्यूटर के आयात की अनुमति देने की योजना की भी घोषणा की है।
कैनालिस (Canalys) के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारतीय पीसी बाजार (डेस्कटॉप, नोटबुक और टैबलेट) में साल-दर-साल 35 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई, मार्च 2023 तिमाही में 3.9 मिलियन यूनिट की शिपमेंट हुई थी।
आगमी साल में पीसी का बढ़ेगा बाजार
2023 की मंदी के बाद, कैनालिस का अनुमान है कि टैबलेट सहित भारतीय पीसी बाजार 2024 में 11 प्रतिशत की वृद्धि और 2025 में 13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ जोरदार वापसी करेगा।
डेकी इलेक्ट्रॉनिक्स के एमडी और सीआईआई नेशनल कमेटी फॉर इलेक्ट्रॉनिक्स के अध्यक्ष विनोद शर्मा ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि सरकार ने आईटी हार्डवेयर पीएलआई के तहत स्थानीय रूप से निर्मित घटकों के उपयोग के लिए प्रोत्साहन प्रदान किया है, जिससे घरेलू घटकों के पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा मिलेगा।