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2022 में आए इन IPOs ने बनाया निवेशकों को कंगाल, डूब गए कई लाख करोड़

IPO 2022 भारतीय शेयर बाजार में 2022 में कई बड़े आईपीओ (IPO) आए हैं जिसमें से कुछ ने निवेशकों को नकारात्मक रिटर्न देकर निराश किया है। इसमें एलआईसी (LIC) डिलीवरी (Delhivery) और एजीएस ट्रांजैक्ट (AGS Transact) का नाम शामिल हैं।

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Tue, 27 Dec 2022 05:28 PM (IST)
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LIC Delhivery AGS Transact ipo gave negative returns in 2022 (Jagran File Photo)

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। 2022 में भी भारतीय शेयर बाजार पिछले सालों की तरह आईपीओ से गुलजार रहा। इस साल काफी सारे अच्छे आईपीओ देखने को मिले, जिन्होंने निवेशकों को मालामाल बनाया। वहीं, दूसरी तरफ ऐसे भी आईपीओ रहे जिनकी चर्चा तो काफी हुई, लेकिन रिटर्न के मामले पर निवेशकों को निराश किया।

आज हम अपनी इस रिपोर्ट में ऐसे आईपीओ के बारे में बताने जा रहे हैं, जो निवेशकों की आशाओं पर खरे नहीं उतरे और निवेशकों का लाखों-करोड़ों का नुकसान कराया। आइए जानते हैं।

एलआईसी (LIC)

देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी का आईपीओ मई में आया था। सरकारी कंपनी और आईपीओ का साइज बड़ा होने का कारण साल की शुरुआत से ही चर्चा का विषय बना हुआ था। एलआईसी आईपीओ का साइज 21,000 करोड़ रुपये का होने के बाद भी 2.95 गुना सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ की लिस्टिंग भी कमजोर हुई थी। मौजूदा समय में एलआईसी का शेयर अपने इश्यू प्राइस से करीब 27 प्रतिशत नीचे है। एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लिस्टिंग के समय एलआईसी मार्केट कैप 5.50 लाख करोड़ रुपये थी, जो कि अब घटकर 4.38 लाख करोड़ रुपये पर आ गई है।

डिलीवरी (Delhivery)

देश के बड़े स्टार्टअप कंपनियों में से एक कोरियर डिलीवरी भी मई में 5235 करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई थी। कंपनी के आईपीओ को निवेशकों की ओर से ठंडा रिस्पॉन्स मिला था। कंपनी का शेयर अपने इशू प्राइस 487 के मुकाबले 10 प्रतिशत बढ़त के साथ लिस्ट के दिन बंद हुआ था, लेकिन समय के साथ ये शेयर नीचे आ गया और मौजूदा समय में शेयर अपने इश्यू प्राइस से 32.24 प्रतिशत नीचे आ गया है। वर्तमान में कंपनी का मार्केट कैप 24,000 करोड़ के करीब है, जो कि लिस्टिंग के समय 35,000 करोड़ से अधिक था।

एजीएस ट्रांजैक्ट (AGS Transact)

एजीएस ट्रांजैक्ट का आईपीओ इस साल जनवरी में आया था। कंपनी की ओर से इश्यू प्राइस 175 रुपये तय किया गया था। कंपनी के शेयर की लिस्टिंग 7.83 प्रतिशत नीचे हुई थी। उसके बाद से शेयर में गिरावट जारी है और यह 62.57 प्रतिशत तक गिर गया है। वहीं, कंपनी का मार्केट कैप 800 के आसपास पहुंच गया है।

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