LIC IPO में बोली लगाने का आज आखिरी मौका, रविवार को पांचवें दिन 1.79 गुना हुआ सब्सक्राइब
LIC IPO Subscription भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आईपीओ (IPO) को निवेशकों की अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। हालांकि आज एलआईसी आईपीओ (LIC IPO) बंद हो रहा है लेकिन इससे पहले रविवार को यह 1.79 गुना सब्सक्राइब हुआ।
By Lakshya KumarEdited By: Updated: Mon, 09 May 2022 07:55 AM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ/बिजनेस डेस्क। भारतीय जीवन बीमा निगम का आईपीओ, देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम है, जो सोमवार (9 मई) यानी आज बंद हो जाएगा। ऐसे में जो भी लोग एलआईसी आईपीओ के लिए बोली लगाना चाहते हैं, उनके पास आज आखिरी मौका है। बता दें कि इससे पहले रविवार को एलआईसी आईपीओ 1.79 गुना सब्सक्राइब हुआ। स्टॉक एक्सचेंजों पर शाम 7 बजे पोस्ट किए गए आंकड़ों के अनुसार, 16,20,78,067 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 29,08,27,860 बोलियां प्राप्त हुईं। हालांकि, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर (QIB) श्रेणी को अभी तक पूरी तरह से सब्सक्राइब नहीं किया गया है। इस खंड के लिए खराब प्रतिक्रिया मिली है। निर्धारित किए गए कुल शेयरों में से 0.67 प्रतिशत शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुई हैं।
गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) की बात करें तो इस श्रेणी के लिए आरक्षित 2,96,48,427 शेयरों के लिए कुल 3,67,73,040 बोलियां प्राप्त हुईं, जो 1.24 गुना सब्सक्रिप्शन को दर्शाती हैं। वहीं, खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों ने अपने खंड के लिए 6.9 करोड़ शेयरों की पेशकश के मुकाबले 10.99 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई हैं, जो 1.59 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन को दर्शाती हैं। इसके अलावा, कुल में से, पॉलिसीधारकों के हिस्से को 5.04 गुना जबकि कर्मचारियों वाले हिस्से को 3.79 गुना सब्सक्राइब किया गया।
गौरतलब है कि एलआईसी ने निर्गम के लिए 902-949 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। प्रस्ताव में पात्र कर्मचारियों और पॉलिसीधारकों के लिए आरक्षण शामिल है। खुदरा निवेशकों और पात्र कर्मचारियों को प्रति शेयर 45 रुपये की छूट मिलेगी, जबकि पॉलिसीधारकों को प्रति शेयर 60 रुपये की छूट मिलेगी। सरकार का लक्ष्य बिक्री के लिए ऑफर (OFS) के माध्यम से बीमा दिग्गज में 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी को कम करके लगभग 21,000 करोड़ रुपये जुटाना है।
एलआईसी ने अपने आईपीओ के आकार को मौजूदा बाजार स्थितियों के कारण पहले तय किए गए 5 प्रतिशत से घटाकर 3.5 प्रतिशत कर दिया था। करीब 20,557 करोड़ रुपये के घटे आकार के बाद भी एलआईसी का आईपीओ देश में अब तक का सबसे बड़ा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम है।