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LPG Price Hike: महंगा हुआ खाना पकाना, घरेलू LPG सिलेंडर की कीमतों में हुई भारी बढ़ोतरी

मंगलवार को सरकार ने लोगों को दोहरा झटका दिया। एक तरफ पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए तो वहीं दूसरी ओर घरेलू रसोई गैस सिलेंडर (LPG Cylinder) को 50 रुपये महंगा कर दिया। समाचार एजेंसी पीटीआइ ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी।

By Lakshya KumarEdited By: Updated: Tue, 22 Mar 2022 12:20 PM (IST)
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LPG Price Today: महंगा हुआ खाना पकाना, सरकार ने घरेलू LPG सिलेंडर पर 50 रुपये बढ़ाए
नई दिल्ली, पीटीआइ/बिजनेस डेस्क। मंगलवार को सरकार ने लोगों को दोहरा झटका दिया। एक तरफ पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए तो वहीं दूसरी ओर घरेलू रसोई गैस सिलेंडर (LPG Cylinder) को 50 रुपये महंगा कर दिया। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, सूत्रों ने जानकारी दी कि घरेलू रसोई गैस रसोई गैस की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई है। इसके साथ ही, दिल्ली में 14.2 किलोग्राम का सिलेंडर अब 949.50 रुपये का हो गया है।

दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों में मंगलवार से घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये की बढ़ोतरी होने से अब नई कीमतें लागू हो गई हैं। दिल्ली और मुंबई में 14.2 किलोग्राम के LGP सिलेंडर की कीमत 949.50 रुपये हो गई है। वहीं, कोलकाता में LGP सिलेंडर 976 रुपये का हो गया है। इसके अलावा चेन्नई में 965.50 रुपये और लखनऊ में 987.50 रुपये का हो गया है। 

सूत्रों ने कहा कि 5 किलो के एलपीजी सिलेंडर की कीमत अब 349 रुपये होगी जबकि 10 किलो के कंपोजिट सिलेंडर की कीमत 669 रुपये होगी। वहीं, 19 किलो के कमर्शियल सिलेंडर की कीमत अब 2003.50 रुपये है। गौरतलब है कि 6 अक्टूबर 2021 के बाद घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में यह पहली बढ़ोतरी है।

पेट्रोल-डीजल की कीमतें भी बढ़ीं

सूत्रों ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई, जिसके साथ ही दरों में संशोधन का साढ़े चार महीने का अंतराल समाप्त हो गया। सरकार ने बीते नवंबर से कीमतें नहीं बढ़ाई थीं। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब 96.21 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जो पहले 95.41 रुपये थी जबकि डीजल की कीमत 86.67 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 87.47 रुपये हो गई है।

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में संशोधन 137 दिनों के अंतराल के बाद हुआ और दाम बढ़ाए गए। उत्तर प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले 4 नवंबर से कीमतें स्थिर थीं।