M-CAP: टॉप-10 कंपनियों में से छह का एमकैप 70,500 करोड़ रुपये बढ़ा, RIL को हुआ सबसे ज्यादा फायदा
M-Cap पिछले कारोबारी हफ्ते में शेयर बाजार हरे निशान पर बंद हुआ है। पिछले हफ्ते बीएसई बेंचमार्क 287.11 अंक चढ़ गया। ऐसे में टॉप-10 कंपनियों में से 6 का संयुक्त बाजार मूल्यांकन 86234.73 करोड़ रुपये बढ़ गया। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज को सबसे ज्यादा प्रॉफिट हुआ है। आइए जानते हैं कि देश में टॉप-10 फर्म कौन से हैं? (जागरण फाइल फोटो)
एजेंसी, नई दिल्ली। Stock Market Investors Wealth: देश में टॉप-10 कंपनियों में से 6 का संयुक्त बाजार मूल्यांकन पिछले सप्ताह अवकाश अवधि में 70,527.11 करोड़ रुपये बढ़ गया। इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे अधिक लाभ में रही। वहीं, जबकि हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, भारती एयरटेल, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक लाभ में रहे, इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फाइनेंस के एमकैप में गिरावट आई।
पिछले हफ्ते बीएसई बेंचमार्क 287.11 अंक या 0.43 फीसदी चढ़ गया।
किस फर्म के एमकैप में हुई कितनी बढ़त
रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 22,191.43 करोड़ रुपये बढ़कर 15,90,408.31 करोड़ रुपये हो गया, जो टॉप 10 कंपनियों में सबसे अधिक है। हिंदुस्तान यूनिलीवर ने 17,222.5 करोड़ रुपये जोड़े जिससे उसका मूल्यांकन 6,04,326.62 करोड़ रुपये हो गया।
भारती एयरटेल का पूंजीकरण 16,953.01 करोड़ रुपये बढ़कर 5,36,035.96 करोड़ रुपये और आईटीसी का 7,607.26 करोड़ रुपये बढ़कर 5,59,071.10 करोड़ रुपये हो गया। आईसीआईसीआई बैंक का एमकैप 4,581.64 करोड़ रुपये बढ़कर 6,66,639.07 करोड़ रुपये और एचडीएफसी बैंक का 1,971.27 करोड़ रुपये बढ़कर 11,65,135.58 करोड़ रुपये हो गया।
हालाँकि, इंफोसिस का बाजार पूंजीकरण 19,403.04 करोड़ रुपये घटकर 5,94,252 करोड़ रुपये और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का मूल्यांकन 18,258.67 करोड़ रुपये घटकर 13,06,391.11 करोड़ रुपये रह गया। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का एमकैप 16,019.67 करोड़ रुपये घटकर 5,14,191.52 करोड़ रुपये और बजाज फाइनेंस का एमकैप 7,137.72 करोड़ रुपये घटकर 4,87,746.65 करोड़ रुपये रह गया।
टॉप-10 कंपनियों की रैंकिंग
रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है। इसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंफोसिस, आईटीसी, भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फाइनेंस रहे।