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Make In Odisha Conclave का तीसरा संस्करण सम्पन्न: ओडिशा को मिले 10.50 लाख करोड़ रुपये के 741 निवेश प्रस्ताव

Make In Odisha Conclave के तीसरा संस्करण में 10.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। मुख्यमंत्री ने सभी निवेशकों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इससे 10 लाख 37 हजार 701 लोगों को मिलेगा प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।

By Jagran NewsEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sun, 04 Dec 2022 03:33 PM (IST)
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Odisha receives over ₹10.5 lakh cr investment proposals during MIO Conclave
जागरण ब्यूरो, भुवनेश्वर। राजधानी भुवनेश्वर में बुधवार से शुरू हुआ चार दिवसीय मेक इन ओडिशा कान्क्लेव खत्म हो गया है। इस कान्क्लेव में ओडिशा को कुल 10.50 लाख करोड़ रुपये के 741 पूंजी निवेश का आश्वासन मिला है। इस कान्क्लेव के माध्यम से राज्य में करीब 6 लाख करोड़ रुपये का निवेश आने की उम्मीद सरकार ने लगायी है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कान्क्लेव के सफलता के साथ सम्पन्न होने पर सभी निवेशकों के प्रति आभार जताया है।

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार शाम को मेक इन ओडिशा कान्क्लेव के समापन अधिवेशन में भाग लेकर कहा कि कान्क्लेव के माध्यम से ओडिशा को 10.50 लाख करोड़ रुपये का पूंजी निवेश का प्रस्ताव आया है और इससे करीब 10.50 लाख लोगों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। कोरोना महामारी के बाद इतना बड़ा पूंजी निवेश प्रस्ताव आने पर मुख्यमंत्री ने संतोष व्यक्ति किया और इसे आगामी दिनों में कार्य करते हुए नए युग के ओडिशा बनाने के लिए सभी से मिलकर कठिन परिश्रम करने का आह्वान किया।

इतने लाख लोगों मिलेगा रोजगार

राज्य सरकार से मिली जानकारी के मुताबिक, मेक इन ओडिशा कान्क्लेव के तीसरे संस्करण के माध्यम से राज्य में कुल 10 लाख 48 हजार 807 करोड़ रुपये के 741 पूंजी निवेश का आश्वासन मिला है। इससे 10 लाख 37 हजार 701 लोगों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।

इन क्षेत्रों में मिले सबसे अधिक निवेश प्रस्ताव

सर्वाधिक पूंजी निवेश का 145 प्रस्ताव मिनेरल्स, मेटल, एंसीलरी एवं डाउनस्ट्रीम क्षेत्र से मिले हैं। इसके द्वारा राज्य में 5.50 लाख करोड़ रुपये का निवेश आएगा तथा 3 लाख 55 हजार 615 लोगों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से नियुक्ति मिलेगी। उसी तरह से शक्ति, अक्षय शक्ति क्षेत्र से कुल 2.38 लाख करोड़ रुपये के 32 प्रस्ताव आए हैं एवं 72 हजार रोजगार पैदा होंगे। लजिस्टिक एवं इनफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में 1.19 लाख करोड़ रुपये के 87 प्रस्ताव के साथ खाद, पेट्रोकेमिकल्स एवं प्लास्टिक में 76 हजार करोड़ रुपये के 93 प्रस्ताव आए हैं, जिससे 64 हजार 760 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र में 2.1634 करोड़ रुपये के 64 प्रस्ताव आए हैं, जिससे 28545 लोगों को नियुक्ति मिलेगी। पर्यटन क्षेत्र में 8235 करोड़ रुपये के 41 प्रस्ताव (37943 लोगों का रोजगार), आईटी और ईएसडीएम के क्षेत्र में 7740 करोड़ रुपये के 37 प्रस्ताव (54392 लोगों का रोजगार), 7249 करोड़ रुपये के 102 प्रस्ताव (1.45 लाख लोगों का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार) मिले हैं।

इसी तरह, स्वास्थ्य सेवा और दवा क्षेत्र में 3,935 करोड़ रुपये के 22 प्रस्ताव (11,276 लोगों को रोजगार) , कपड़ा और परिधान में 2,640 करोड़ रुपये के 20 प्रस्ताव मिले हैं जिससे 33,587 लोगों को रोजगार मिलेगा। एरोस्पेस और रक्षा में 2,055 करोड़ रुपये के 10 प्रस्ताव मिले हैं। इलेक्ट्रिक गाड़ी के क्षेत्र में 500 करोड़ रुपये का एक प्रस्ताव मिला है, जिससे 27 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।

स्टाफिंग में 280 करोड़ के 5 प्रस्ताव मिले हैं, जिसमें 4 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। शिक्षा के क्षेत्र में मात्र 66 करोड़ रुपए के दो प्रस्तावों मिले हैं, जिसमें 240 लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। फिल्म और मनोरंजन के क्षेत्र में 15 करोड़ रुपये का एक प्रस्ताव प्राप्त हुआ है और इससे 75 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे, उक्त जानकारी राज्य सरकार की तरफ से दी गई है।

इस बार मिला सबसे अधिक निवेश

गौरतलब है कि 2016 के मेक इन ओडिशा कान्क्लेव में राज्य को 2.03 लाख करोड़ रुपये के 84 निवेश प्रस्ताव मिले थे जबकि 2018 के मेक-इन ओडिशा कॉन्क्लेव में 4.23 लाख करोड़ रुपये के 202 प्रस्ताव आश्सावन मिला था। इसमें से भी तक 2016 के प्रस्ताव से 69 प्रतिशत एवं 2018 के प्रस्ताव से 53 प्रतिशत निवेश प्रस्ताव को अभी तक सरकारी तौर पर अनुमोदन मिला है।

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