Manufacturing PMI: मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तेजी जारी,जून में रोजगार के अवसर में भी हुई वृद्धि
जून के महीने में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तेजी देखने को मिली है। इसके अलावा इस महीने रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि हुई है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ग्रोथ को लेकर आज सर्वे रिपोर्ट जारी हुई। रिपोर्ट के अनुसार जून में मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई 58.3 फीसदी रही। इसका मतलब है कि इस सेक्टर में लगातार विस्तार हो रहा है। आइए इस रिपोर्ट में विस्तार से पढ़ते हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में लगातार तेजी देखने को मिली है। जून में रोजगार के अवसरों में आई तेजी आई और इसका सकारात्मक असर मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर पर भी देखने को मिला। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ग्रोथ को लेकर आज एक सर्वे रिपोर्ट जारी हुई है।
इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर इंडेक्स (PMI) के अनुसार जून में पीएमआई 58.3 फीसदी रहा। वहीं मई में मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई 57.5 फीसदी था। यह आंकड़ें बिजनेस कंडीशन में हुई इम्प्रूवमेंट को दर्शाता है। पीएम आई की भाषा में 50 से ऊपर का स्तर विस्तार होता है, जबकि 50 के नीचे का मतलब संकुचन है।
क्या कहता है जून का डेटा
सर्वे में जारी रिपोर्ट के अनुसार जून में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तेजी आई है। बिक्री और एक्सपोर्ट में आई तेजी ने मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के ग्रोथ को बढ़ावा दिया है। लगातार आ रहे ऑर्डर को देखते हुए अब कंपनियां नियुक्ति की ओर ध्यान दे रही है। मार्च 2005 के बाद जून में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर देखने को मिले हैं।
एचएसबीसी में वैश्विक अर्थशास्त्री मैत्रेयी दास के अनुसार
जून में एक्सपोर्ट ऑर्डर में तेजी आई है। कई कंपनियों ने हायर इनफ्लो के लिए एशिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, यूरोप, यूएस को जिम्मेदार ठहराया है।पिछले 19 सालों के मुकाबले जून 2024 में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर उत्पन्न हुए हैं। इसके अलावा इनपुट खरीद गतिविधि में भी तेजी आई है। कच्चे माल की मांग में बढ़ोतरी और ट्रांसपोर्टेशन कोस्ट में भी आई तेजी की वजह से ऑपरेटिंग एक्सपेंस भी बढ़ गया है।