विनिर्माण क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन से औद्योगिक उत्पादन में बंपर वृद्धि, नवंबर में 7.1 प्रतिशत बढ़ोत्तरी
गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के जरिये मापा जाने वाला औद्योगिक उत्पादन में इससे पहले अक्टूबर में 4.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी। पहले जून 2022 में इसमें रिकॉर्ड 12.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 12 Jan 2023 10:48 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। विनिर्माण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन से देश के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में नवंबर, 2022 में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह पांच महीने का उच्चस्तर है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के जरिये मापा जाने वाला औद्योगिक उत्पादन में इससे पहले अक्टूबर में 4.2 प्रतिशत की गिरावट आई थी। पहले, जून 2022 में इसमें रिकॉर्ड 12.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र में नवंबर, 2022 में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वहीं खनन उत्पादन आलोच्य महीने में 9.7 प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि एक साल पहले इसी महीने में वृद्धि दर 4.9 प्रतिशत थी। बिजली उत्पादन 12.7 प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि एक साल पहले नवंबर महीने में यह 2.1 प्रतिशत की दर से बढ़ा था।आंकड़ों के अनुसार, पूंजीगत सामान खंड में नवंबर महीने में 20.7 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि हुई जबकि एक साल पहले इसी माह में इसमें 2.6 प्रतिशत की गिरावट आई थी। टिकाऊ उपभोक्ता और गैर-टिकाऊ उपभोक्ता सामान के मामले में वृद्धि दर आलोच्य महीने में क्रमश: 5.1 प्रतिशत और 8.9 प्रतिशत रही। इन दोनों क्षेत्रों में पिछले साल नवंबर महीने में गिरावट आई थी। बुनियादी ढांचा/निर्माण वस्तुओं के क्षेत्र में भी अच्छी वृद्धि दर्ज की गयी है। नवंबर महीने में इनमें 12.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि 2021 के इसी महीने में यह 3.1 प्रतिशत रही थी।
आंकड़ों के अनुसार, प्राथमिक वस्तुओं और मध्यवर्ती वस्तुओं का उत्पादन सुधरकर आलोच्य महीने में क्रमश: 4.7 प्रतिशत और तीन प्रतिशत रहा। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में औद्योगिक उत्पादन में 5.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह एक साल पहले इसी अवधि के 17.6 प्रतिशत से कम है।ये भी पढ़ें: Fact Check: ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दिल्ली में प्रवेश के बाद राहुल गांधी पहले मंदिर गए थे और बाद में दरगाह