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2024 में IPOके जरिये कमाई के लिए रहिए तैयार, बाजार में उतरने वाली हैं एक से बढ़कर एक कंपनियां

2023 के दौरान कुल 59 आइपीओ ने बाजार से 54 हजार करोड़ रुपये की राशि जुटाई है। 29 दिसंबर को अंतिम कारोबारी सत्र में इन सभी आइपीओ का औसत रिटर्न करीब 45 प्रतिशत था। वहीं 24 कंपनियां ऐसी हैं जिन्हें आइपीओ लाने के लिए सेबी से मंजूरी मिल चुकी हैं। इसके अलावा 32 अन्य कंपनियों ने आइपीओ लाने के लिए सेबी के पास मसौदा दस्तावेज जमा किए हैं।

By Agency Edited By: Shalini Kumari Updated: Sun, 31 Dec 2023 05:45 PM (IST)
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2024 में आइपीओ के जरिये जमकर होगी कमाई (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, प्रेट्रे। कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान खुदरा निवेशकों ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिये जमकर कमाई की है। बीते वर्ष बाजार में कुल 59 आइपीओ सूचीबद्ध हुए हैं। इन्होंने अपने इश्यू प्राइस के मुकाबले सूचीबद्ध होने के दिन औसतन 26.3 प्रतिशत रिटर्न दिया है। खुदरा निवेशक 2024 में भी आइपीओ के जरिये कमाई कर सकते हैं। इसका कारण यह है कि इस वर्ष भी तमाम कंपनियां आइपीओ लाने के लिए तैयार हैं।

सेबी ने 24 कंपनियों को दी मंजूरी

प्राइम डाटाबेस के डाटा के अनुसार, 24 कंपनियां ऐसी हैं जिन्हें आइपीओ लाने के लिए सेबी से मंजूरी मिल चुकी हैं। यह कंपनियां आइपीओ के जरिये 26 हजार करोड़ रुपये जुटाना चाहती हैं। माना जा रहा है कि मजबूत आर्थिक आंकड़ों, पिछले आइपीओ के प्रदर्शन और बाजारों में रिकॉर्ड तेजी को देखते हुए यह कंपनियां 2024 में ही अपना आइपीओ ला सकती हैं।

इसके अलावा, 32 अन्य कंपनियों ने आइपीओ लाने के लिए सेबी के पास मसौदा दस्तावेज जमा किए हैं। यह कंपनियों आइपीओ के जरिये 35 हजार करोड़ रुपये बाजार से जुटाना चाहती हैं। अगर इनको सेबी से मंजूरी मिल जाती है, तो यह भी इसी वर्ष आइपीओ ला सकती हैं।

बाजार से जुड़े 2 करोड़ से अधिक निवेशक

2023 के दौरान 2.7 करोड़ नए निवेशक बाजार से जुड़े हैं।जेएम फाइनेंशियल में इक्विटी कैपिटल मार्केट की प्रमुख नेहा अग्रवाल का कहना है कि 2024 में आइपीओ बाजार का परिदृश्य काफी मजबूत है। यह आशावाद मजबूत घरेलू और विदेशी निवेश से प्रेरित है, जो भारतीय बाजारों की बेहतर विकास संभावनाओं का संकेत देता है। चुनाव संबंधी अनिश्चितताओं का समाधान होने के बाद प्रवाह में और भी अधिक तेजी आने की उम्मीद है।

59 आइपीओ ने 54 हजार करोड़ रुपये जुटाए

2023 के दौरान कुल 59 आइपीओ ने बाजार से 54 हजार करोड़ रुपये की राशि जुटाई है। 29 दिसंबर को अंतिम कारोबारी सत्र में इन सभी आइपीओ का औसत रिटर्न करीब 45 प्रतिशत था। इस दिन 59 में से केवल चार आइपीओ अपने इश्यू प्राइस के मुकाबले गिरावट के साथ बंद हुए। 59 में से 23 आइपीओ ऐसे रहे जो जो सूचीबद्ध होने से अब तक 50 प्रतिशत और नौ आइपीओ दोगुना से ज्यादा बढ़ चुके हैं। मिड और स्माल कैप शेयरों में जबरदस्त तेजी की बदौलत 2023 के दौरान बीएसई आइपीओ सूचकांक में 41 प्रतिशत की तेजी रही है।

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इरेडा का सबसे बेहतर प्रदर्शन

बीते वर्ष इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (इरेडा) के आइपीओ का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है। इरेडा के शेयर इश्यू प्राइस 32 रुपये प्रति इकाई के मुकाबले सूचीबद्ध होने के दिन 221.3 प्रतिशत तक बढ़े। 29 दिसंबर को यह इश्यू प्राइस के मुकाबले 204 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। इसी तरह टाटा टेक्नोलाजीज के शेयरों में सूचीबद्ध होने के दिन इश्यू प्राइस के मुकाबले 136 प्रतिशत तक की वृद्धि रही। पूरे 2023 के दौरान निवेशकों की संपत्ति में 81.90 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है।

1.29 लाख करोड़ बढ़ा कंपनियों का पूंजीकरण

बीते सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों में तेजी की बदौलत बीएसई में सूचीबद्ध शीर्ष-10 में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 1.29 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। इस दौरान एचडीएफसी बैंक के पूंजीकरण में सबसे ज्यादा 29,828.84 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई।

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इसके बाद एलआइसी के पूंजीकरण में 25,426.49 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। इसके अलावा भारती एयरटेल, एचयूएल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आइटीसी, एसबीआइ और आइसीआइसीआइ बैंक का पूंजीकरण भी बढ़ा है। वहीं, टीसीएस और इन्फोसिस का पूंजीकरण घटा है।