एजुकेशन लोन भर नहीं पा रहे स्टूडेंट, बैंकों का फंस रहा पैसा; आखिर कहां आ रही दिक्कत
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के आंकड़े बताते हैं कि एजुकेशन लोन का NPA (नॉन-परफॉर्मिंग एसेट) काफी अधिक हो गया है। इसका मतलब कि एजुकेशन लोन लेने वाले बहुत-से छात्र कर्ज वापस नहीं कर पा रहे हैं। क्रेडिट कार्ड को सबसे जोखिम भरा कर्ज माना जाता है। लेकिन एजुकेशन लोन का एनपीए क्रेडिट कार्ड वाले कर्ज के मुकाबले दो गुना हो गया है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारत में बहुत-से छात्र अपने सपने को पंख लगाने के लिए एजुकेशन लोन का सहारा लेते हैं। इनमें खासकर वे स्टूडेंट शामिल होते हैं, जो हायर स्टडी के लिए विदेश जाना चाहते हैं। कई स्टूडेंट को विदेश में पढ़ाई के बाद मनपसंद नौकरी मिल जाती है और उनके ख्वाब पूरे हो जाते हैं। लेकिन, कई ऐसे भी होते हैं, जिन्हें विदेशी डिग्री के बावजूद अच्छी नौकरी नहीं मिलती। ऐसे में उनके लिए अपना मोटा एजुकेशन लोन चुका पाना काफी मुश्किल हो जाता है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के आंकड़े बताते हैं कि एजुकेशन लोन का NPA (नॉन-परफॉर्मिंग एसेट) काफी अधिक हो गया है। इसका मतलब कि एजुकेशन लोन लेने वाले कई छात्र कर्ज वापस नहीं कर पा रहे हैं। क्रेडिट कार्ड को सबसे जोखिम भरा कर्ज माना जाता है, क्योंकि इसमें कोई गारंटी नहीं होती। लेकिन, एजुकेशन लोन का एनपीए क्रेडिट कार्ड वाले कर्ज के मुकाबले दो गुना और हाउसिंग लोन की तुलना में तीन गुना अधिक हो गया है। पर्सनल लोन की बात करें, तो एजुकेशन लोन का एनपीए सबसे अधिक है, 3.6 फीसदी।
किस लोन में कितना NPA
कर्ज | NPA |
एजुकेशन लोन | 3.6% |
क्रेडिट कार्ड | 1.8% |
ऑटो लोन | 1.3% |
हाउसिंग लोन | 1.1% |
विदेश में कहां पढ़ रहे छात्र?
नेशनल फाउंडेशन फॉर अमेरिकन पॉलिसी (NFAP) का डेटा बताता है कि भारतीय छात्र पढ़ाई के लिए कनाडा को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं। पिछले दो दशक में कनाडाई यूनिवर्सिटीज में भारतीय छात्रों का दाखिला 5,800 फीसदी से अधिक बढ़ा है। वहीं, अमेरिका के लिए 2000 और 2021 के बीच यह बढ़ोतरी सिर्फ 45 फीसदी रही। यह चीज इसलिए भी हैरान करती है, क्योंकि दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित टॉप 20 यूनिवर्सिटीज की बात करें, तो उसमें 7 अमेरिका की है। इस लिस्ट में कनाडा ऐसा प्रभाव बनाने में नाकाम रहा।
अगर इन दोनों देशों के अलावा बात करें, तो भारतीय छात्र न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटीज में पढ़ना भी पसंद करते हैं। मेडिकल स्टूडेंट की बात करें, तो उनके लिए चीन भी एक अच्छा विकल्प है, जहां फीस सस्ती है और दाखिला भी आसानी से मिल जाता है।
किस लोन में कितना उछाल
कर्ज | मार्च में उछाल |
हाउसिंग लोन | 36.5% |
क्रेडिट कार्ड | 25.2% |
एजुकेशन लोन | 20.5% |
ऑटो लोन | 18.3% |
अन्य लोन | 19.9% |