टॉप 10 कंपनियों में से 7 का मार्केट कैप बढ़ा, रिलायंस को सबसे ज्यादा फायदा, जानिए किसे हुआ नुकसान
पिछले हफ्ते होली और गुड फ्राइडे की छुट्टी के चलते शेयर बाजार में सप्ताह में तीन दिन ही कारोबार हुआ। इस दौरान BSE सेसेंक्स 819.41 अंक यानी 1.12 प्रतिशत मजबूत हुआ। इसका सबसे अधिक फायदा मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज को हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 45262.59 करोड़ रुपये बढ़कर 2014010.63 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आइए जानते हैं बाकियों कंपनियों का हाल।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार अच्छी तेजी देखने को मिली। इसका असर देश की 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से 7 के बाजार पूंजीकरण (Market capitalization) पर भी दिखा। इनके मार्केट कैप में कुल मिलाकर 67,259.99 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ।
किसे हुआ सबसे अधिक फायदा?
पिछले हफ्ते होली और गुड फ्राइडे की छुट्टी के चलते शेयर बाजार में सप्ताह में तीन दिन ही कारोबार हुआ। इस दौरान BSE सेसेंक्स 819.41 अंक यानी 1.12 प्रतिशत मजबूत हुआ।
इस दौरान अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी के मालिकाना हक वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) सबसे अधिक फायदे में रही। इसका मार्केट कैप 45,262.59 करोड़ रुपये बढ़कर 20,14,010.63 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
वहीं, सरकारी बैंक SBI मार्केट कैप 5,533.26 करोड़ रुपये बढ़कर 6,71,666.29 करोड़ रुपये हो गया। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC), ICICI Bank, HDFC Bank, हिंदुस्तान यूनिलीवर और ITC के मार्केट कैप में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई।
किन कंपनियों को नुकसान हुआ?
पिछले हफ्ते टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) सबसे अधिक नुकसान में रही। इसका मार्केट कैप 10,691.45 करोड़ रुपये घटकर 14,05,102.38 करोड़ रुपये पर आ गया। वहीं, इंफोसिस के बाजार पूंजीकरण में 4,163.13 करोड़ रुपये की कमी आई। यह 6,22,117.38 करोड़ रुपये पर आ गया।
भारती एयरटेल को 3,817.18 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इसका मार्केट कैप 6,95,038.48 करोड़ रुपये रह गया।
यह रही सबसे मूल्यवान कपंनियों की लिस्ट
सबसे वैल्यूएबल कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज टॉप पर रही। इसके बाद टाटा कंस्लटेंसी सर्विसेज, HDFC Bank, ICICI Bank, भारती एयरटेल, SBI, इंफोसिस, LIC, ITC और हिंदुस्तान यूनिलीवर का नंबर रहा।
क्या होता है बाजार पूंजीकरण?
मार्केट कैपिटलाइजेशन किसी भी कंपनी के आउटस्टैंडिंग शेयरों का मूल्य बताता है। जैसे-जैसे शेयर की खरीद और बिक्री होती है, कंपनी का मार्केट कैप भी घटता या बढ़ता रहता है। मार्केट कैप से कंपनी के शेयर से मिलने वाले रिटर्न और उससे जुड़े जोखिम का अंदाजा लगाया जा सकता है।
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