BSE में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण पहुंचा 315 लाख करोड़ रुपए के नए रिकार्ड स्तर पर
कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 240.98 अंक की तेजी के साथ 65628.14 अंक पर जाकर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी 93.50 अंक की वृद्धि के साथ 19528.80 पर जाकर बंद होने में कामयाब रहा। इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स में 555.75 अंक की बढ़ोतरी रही थी। सेंसेक्स में विप्रो के शेयरों में सबसे ज्यादा 4.34 प्रतिशत की वृद्धि रही।
By AgencyEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Mon, 04 Sep 2023 11:39 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। घरेलू और विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजारों में लगातार खरीदारी कर रहे हैं। इसकी बदौलत सोमवार को बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 315 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। यह इसका सर्वकालिक उच्च स्तर है। बीते दो दिनों में बीएसई के पूंजीकरण में 5,41,951.7 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है।
सेंसेक्स में विप्रो के शेयर
कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 240.98 अंक की तेजी के साथ 65,628.14 अंक पर जाकर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी 93.50 अंक की वृद्धि के साथ 19,528.80 पर जाकर बंद होने में कामयाब रहा। इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स में 555.75 अंक की बढ़ोतरी रही थी। सेंसेक्स में विप्रो के शेयरों में सबसे ज्यादा 4.34 प्रतिशत की वृद्धि रही।
शेयर भी बढ़त के साथ क्या-क्या हुआ बंद?
इसके अलावा एचसीएल टेक, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, इन्फोसिस, पावरग्रिड, टीसीसीए और एसबीआइ के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए। कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेज के खुदरा शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान का कहना है कि अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में वृद्धि रोकने की बढ़ती उम्मीदों के चलते घरेलू शेयर बाजारों में लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में बढ़त रही है।निवेशकों का मनोबल बढ़ा
साथ ही चीन की ओर से रियल एस्टेट क्षेत्र में सुधार संबंधी कदम उठाने की रिपोर्ट से भी निवेशकों का मनोबल बढ़ा है। अगस्त में जीएसटी संग्रह में 11 प्रतिशत की वृद्धि रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी त्योहारी सीजन के दौरान इसमें वृद्धि होगी, जिसका शेयर बाजारों पर सकारात्मक असर रह सकता है। इसके अलावा अगस्त में घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की रिकार्ड बिक्री से भी निवेशकों की धारणा मजबूत हुई है।