शेयर बाजार में पैसे की छप्पर फाड़ बरसात, बीएसई सेंसेक्स रिकॉर्ड ऊंचाई पर; निवेशकों की चांदी
Stock Market All Time High अगर आप शेयर बाजार में पैसा लगा चुके हैं तो आपके लिए आज का दिन बेहद खास हो सकता है। शेयर बाजार में आज ताबड़तोड़ तेजी आई है और BSE का मार्केट कैप नई ऊंचाई को छू रहा है।
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Siddharth PriyadarshiUpdated: Wed, 21 Jun 2023 01:33 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण बुधवार के कारोबार में 294.49 लाख करोड़ रुपये के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। बेंचमार्क सेंसेक्स अपने अब तक के उच्चतम स्तर 63,588.31 पर पहुंच गया।
सुबह के कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 260.61 अंक या 0.41 प्रतिशत की बढ़त के साथ 63,588.31 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर ट्रे़ड कर रहा था। आपको बता दें कि इससे पहले पिछले साल 1 दिसंबर को सेंसेक्स ने 63,583.07 के अपने इंट्रा-डे रिकॉर्ड शिखर को छुआ था।
नई ऊंचाई पर बाजार
इक्विटी में आशावादी रुझान के कारण बीएसई-सूचीबद्ध फर्मों के बाजार पूंजीकरण (एमकैप) सुबह के कारोबार में तेजी से बढ़ा। इस तेजी ने बाजार के एमकैप को 2,94,49,069.63 करोड़ रुपये के सर्वकालिक शिखर पर पहुंचने में मदद की। इंडेक्स की बड़ी कंपनियों एचडीएफसी ट्विन्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज में खरीदारी से बाजारों को मजबूती मिली।एक्सिस सिक्योरिटीज पीएमएस के मुख्य निवेश अधिकारी नवीन कुलकर्णी ने कहा कि
सेंसेक्स ने सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ और निफ्टी 50 सर्वकालिक उच्च स्तर से कुछ अंक दूर है। भारतीय बाजार ने पिछले कुछ महीनों में एक ठोस रैली देखी है, विशेष रूप से मिड और स्मॉल-कैप स्पेस में। सकारात्मक एफआईआई प्रवाह, अन्य ईएम देशों की तुलना में मजबूत आर्थिक विकास, मजबूत आय दृष्टिकोण और बैंकिंग क्षेत्र में मजबूती और निजी कैपेक्स साइकिल के बेहतर प्रदर्शन करने से बाजार सकारात्मक बना हुआ है।
इंडियन इकोनॉमी का ऑउटलुक
भारतीय अर्थव्यवस्था और उसकी विकास दर अच्छे पैरामीटर पर खड़ी है और अस्थिर वैश्विक अर्थव्यवस्था की पृष्ठभूमि के खिलाफ स्थिरता की का नया आधार तैयार हो रहा है।इन शेयरों में आज बरस रहा है पैसा
सेंसेक्स पैक से पावर ग्रिड, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, लार्सन एंड टुब्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, हिंदुस्तान यूनिलीवर और अल्ट्राटेक सीमेंट प्रमुख लाभार्थी थे। टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, मारुति, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एशियन पेंट्स पिछड़ने वालों में से थे।एशियाई बाजारों में टोक्यो हरे रंग में कारोबार कर रहा था, जबकि सियोल, शंघाई और हांगकांग कम स्तर पर कारोबार कर रहे थे।