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मिड कैप फंडों का बेहतर रहा प्रदर्शन, 12.79 फीसद तक का दिया रिटर्न

पिछले तीन महीनों से मिड कैप स्टॉक में तेजी देखी जा रही है और इसने अब तक तीन महीनों में 30 फीसद का रिटर्न निवेशकों को दिया है। PC pixabay.com

By Manish MishraEdited By: Updated: Wed, 26 Aug 2020 12:51 PM (IST)
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मिड कैप फंडों का बेहतर रहा प्रदर्शन, 12.79 फीसद तक का दिया रिटर्न
नई दिल्‍ली, बिजनेस डेस्‍क। हाल के समय में लार्ज कैप शेयरों के चलने के बाद अब मिड कैप स्टॉक चल रहे हैं। पिछले तीन महीनों से मिड कैप स्टॉक में तेजी देखी जा रही है और इसने अब तक तीन महीनों में 30 फीसद का रिटर्न निवेशकों को दिया है। इस कारण मिड कैप पर फोकस करनेवाले म्‍युचुअल फंड की स्कीम में भी अच्छा रिटर्न मिल रहा है। बेंचमार्क की तुलना में इन्वेस्को इंडिया मिड कैप ने अच्छा लाभ निवेशकों को दिया है। अप्रैल 2007 में इस फंड को लांच किया गया था। जुलाई 2020 में इस फंड का एयूएम 875 करोड़ रुपए रहा है। तीन साल पहले यह 173 करोड़ रुपए था। इस स्कीम के निवेश का उद्देश्य मिड कैप में निवेश कर पूंजी में वृद्धि करना है।  

इस फंड का प्रदर्शन इसके बेंचमार्क निफ्टी मिड कैप 100 टीआरआई तुलना में बेहतर रहा है। वैल्‍यू रिसर्च के आंकड़े बताते हैं कि अगर किसी ने 10 हजार रुपये 19 अप्रैल 2007 को इसमें निवेश किया होगा तो यह 31 जुलाई 2020 को 49,510 रुपये हो गया है। यानी, सालाना 12.79 फीसद का रिटर्न इस फंड ने दिया है। इसी अवधि में इस फंड बेंचमार्क में यह राशि 37,657 रुपये (10.07) हो गई होगी।  

वैल्‍यू रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार अगर किसी निवेशक ने अनुशासित तरीके से एसआईपी के तहत निवेश किया होगा तो भी उसे अच्छा रिटर्न मिला है। एसआईपी के तहत आप नियमित रूप से एक तय निवेश कर सकते हैं। अगर किसी ने मासिक 10 हजार रुपये पिछले दस सालों से निवेश किया होगा तो 31 जुलाई 2020 तक इसका सालाना रिटर्न 13.41 फीसद रहा है। जबकि बेंचमार्क में 7.86 फीसद का रिटर्न रहा है। इस तरह से एकमुश्त और एसआईपी दोनों तरीके से किए गए निवेश में निवेशकों को इस फंड में बेंचमार्क की तुलना में बेहतर रिटर्न मिला होगा।  

पिछले तीन सालों से इस फंड ने मिड कैप स्टॉक में ही मुख्य रूप से निवेश किया है। इसका औसत एक्सपोजर मिड कैप में 65 फीसद से ऊपर रहा है। इसका निवेश फार्मा में 10.26 फीसद, ऑटो एंसिलियरी में 10.26, कंज्यूमर ड्यूरेबल, में 9.91, फाइनेंस में 7.77, ऑटो में 5.76, गैस में 5.68, सॉफ्टवेयर में 5.60, फर्टिलाइजर्स में 4.21, बैंक में 4.03, हेल्थकेयर सर्विसेस में 3.31 फीसद रहा है।