मूडीज ने भारत का विकास दर अनुमान घटाया, 9.5% से कम करके 9.1% किया
मूडीज ने चालू वर्ष के लिए भारत का विकास दर अनुमान घटा दिया है। इसे 9.5 प्रतिशत से कम करके 9.1 प्रतिशत कर दिया गया है। उसका मानना है कि उच्च ईंधन और उर्वरक आयात बिल सरकार के पूंजीगत व्यय को सीमित कर सकते हैं।
By Lakshya KumarEdited By: Updated: Thu, 17 Mar 2022 12:41 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। मूडीज ने गुरुवार को चालू वर्ष के लिए भारत के विकास दर अनुमान को 9.5 प्रतिशत से घटाकर 9.1 प्रतिशत कर दिया क्योंकि उच्च ईंधन और उर्वरक आयात बिल सरकार के पूंजीगत व्यय को सीमित कर सकते हैं। मूडीज के ग्लोबल मैक्रो आउटलुक 2022-23 (मार्च 2022 अपडेट) के अनुसार, यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से आर्थिक विकास को नुकसान होगा। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि 2023 में भारत की वृद्धि 5.4 प्रतिशत होने की संभावना है।
इसने कहा कि भारत विशेष रूप से उच्च तेल की कीमतों के प्रति संवेदनशील है क्योंकि वह कच्चे तेल का एक बड़ा आयातक है। चूंकि, भारत अनाज का सरप्लस उत्पादक है, इसलिए उच्च प्रचलित कीमतों से अल्पावधि में कृषि निर्यात को लाभ होगा। मूडीज ने कहा, "उच्च ईंधन और संभावित उर्वरक लागत भविष्य में सरकारी वित्त पर भार डालेंगे, संभावित रूप से नियोजित पूंजीगत व्यय को सीमित कर देंगे।"मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने कहा, इन सभी कारणों से हमने भारत के लिए अपने 2022 के विकास अनुमानों को 0.4 प्रतिशत अंक कम कर दिया है। अब हमें उम्मीद है कि इस साल अर्थव्यवस्था 9.1 फीसदी से बढ़ेगी।" इसने कहा कि पूर्वानुमान संशोधन भी कुछ हद तक मजबूत अंतर्निहित गति के कारण भी है, जिसका एजेंसी ने पहले नहीं जोड़ा था।
रिजर्व बैंक ने नहीं बढ़ाईं ब्याज दरेंगौरतलब है कि देश की अर्थव्यवस्था को बल देने के उद्देश्य से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फरवरी में हुई अपनी मौद्रिक नीति समिति (MPC) की समीक्षा में रेपो रेट नहीं बढ़ाने का निर्णय लिया था। इसे 4 फीसद पर बरकरार रखा गया है। इतना ही नहीं अन्य प्रमुख ब्याज दरों को भी नहीं बदला गया।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि रेपो रेट को बिना किसी बदलाव के साथ 4 फीसदी पर रखा गया है। एमएसएफ रेट और बैंक रेट भी बिना किसी बदलाव के 4.25% पर रहेंगे। रिवर्स रेपो रेट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया, यह 3.35% पर है।