रिलायंस इंडस्ट्रीज के ऑयल और पेट्रोकेमिकल्स बिजनेस में रिकवरी के संकेत मिले हैं। वहीं, टेलिकॉम और रिटेल जैसे कंज्यूमर-फेसिंग बिजनेस में अच्छा मोमेंटम नजर आया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने प्रति शेयर 10 रुपये के लाभांश यानी डिविडेंड की घोषणा की है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 18,951 करोड़ रुपये या 28.01 रुपये प्रति शेयर रहा। वहीं, एक साल पहले यह 19,299 करोड़ रुपये या फिर 28.52 रुपये प्रति शेयर था।
तेल की ऊंची कीमतों के चलते ऑपरेशन से रेवेन्यू 11 प्रतिशत बढ़कर 2.64 लाख करोड़ रुपये हो गया। अगर पूरे वित्त वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें, तो रिलायंस ने 69,621 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड नेट प्रॉफिट कमाया है, जो एक साल पहले 66,702 करोड़ रुपये था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिजल्ट की खास बातें :
-रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2023-24 और Q4 यानी चौथी तिमाही के नतीजे घोषित किए।- रिलायंस ने रिकॉर्ड वार्षिक कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 1,000,122 करोड़ रुपये ($119.9 बिलियन) दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 2.6% अधिक है, यह उपभोक्ता व्यवसायों और अपस्ट्रीम व्यवसाय में निरंतर विकास के दम पर हुआ है।
- सभी प्रमुख ऑपरेटिंग सेगमेंट के सकारात्मक योगदान से रिलायंस का वार्षिक कंसोलिडेटेड EBITDA 16.1% (Y-o-Y) बढ़कर ₹ 178,677 करोड़ ($ 21.4 बिलियन) हो गया। रिलायंस का साल का कन्सोलिडेटेड टैक्स पूर्व मुनाफ़ा ₹100,000 करोड़ रहा। - रिलायंस का टैक्स के बाद वार्षिक कंसोलिडेटेड लाभ 7.3% वर्ष-दर-वर्ष बढ़कर ₹ 79,020 करोड़ ($9.5 बिलियन) हो गया। जियो प्लेटफ़ॉर्म्स का सालाना शद्ध लाभ ₹20,000 करोड़ को पार कर गया है जबकि रिलायंस रिटेल का सालाना शुद्ध लाभ ₹10,000 करोड़ का आंकड़ा पार कर गया है।
- 31 मार्च 2024 को समाप्त वित्तवर्ष के लिए पूंजीगत व्यय ₹131,769 करोड़ ($15.8 बिलियन) रहा।- RIL का कंसोलिडेटेड शुद्ध ऋण 31 मार्च 2024 तक थोड़ा कम होकर ₹116,281 करोड़ हो गया है। 31 मार्च 2023 तक यह ₹125,766 करोड़ था।
चौथी तिमाही (Q4 FY2023-24) में RIL का हाल
- वित्त वर्ष 2024 की आख़िरी तिमाही में रिलायंस का सकल राजस्व ₹264,834 ($31.8 billion) रहा जो साल दर साल 10.8% ज़्यादा है। ऑइल टू केमिकल्स और कन्ज़्यूमर व्यवसाय में बेहतरीन वृद्धि के कारण ये संभव हो सका। KG D6 ब्लॉक से ज़्यादा उत्पादन होने के कारण ऑइल और गैस सेगमेंट के राजस्व में 42.0% की शानदार वृद्धि दर्ज की गई।
- सारे व्यवसायों के अच्छे योगदान के दम पर रिलायंस का इस तिमाही का EBITDA 14.3% बढ़कर (Y-o-Y) ₹47,150 करोड़ ($5.7 billion) रहा। - टैक्स के बाद मुनाफ़ा (Y-o-Y) थोड़ा बढ़कर ₹21,243 crore ($2.5 billion) रहा। - 31 मार्च 2024 को ख़त्म हुई तिमाही में रिलायंस का कन्सोलिडेटेड पूंजीगत व्यय ₹23,207 करोड़ ($2.8 billion) रहा।
जियो ने किया दमदार प्रदर्शन
- मार्च 2024 को ख़त्म हुई तिमाही में जियो प्लेटफ़ॉर्म्स का EBIDTA 12.5% (Y-o-Y) बढ़कर ₹14,360 करोड़ रहा। - तिमाही में जियो का शुद्ध लाभ 12.0% (Y-o-Y) बढ़कर ₹5,583 करोड़ हो गया। - इस वित्त वर्ष में जियो ने अपने उपभोक्ताओं की संख्या में 4 करोड़ 24 लाख की बढ़ोतरी की जो सारी टेलिकॉम कंपनियों में सबसे ज़्यादा है। इस तिमाही में भी सभी अन्य कंपनियों के मुकाबल जियो ने सबसे ज़्यादा 1 करोड़ 9 लाख उपभोक्ता जोड़े।
- जियो का ARPU बढ़कर अब Rs 181.7 हो गया है। जियो अपने उपभोक्ताओं को 5G कनेक्टिविटी दे रहा है जिसके लिए वो अलग से पैसे नहीं ले रहा है।- तिमाही में जियो का कुल डेटा ट्रैफ़िक साल-दर-साल 35.2% बढ़कर 40.9 अरब GB रहा। वॉइस ट्रैफ़िक 9.7% (Y-o-Y) बढ़कर 1.44 खरब मिनट हो गया है। - Jio True5G नेटवर्क से 10 करोड़ 80 लाख से अधिक ग्राहक जुड़ चुके हैं। Jio True 5G नेटवर्क पर डेटा ट्रैफिक अब कुल Jio के वायरलेस डेटा ट्रैफ़िक का लगभग 28% हो गया है।
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10 प्रतिशत बढ़ा रिलायंस रिटेल का रेवेन्यू
- वित्त वर्ष 2023-24 में रिलायंस रिटेल का सकल राजस्व ₹ 3,00,000 करोड़ का आंकड़ा पार कर गया; कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और फैशन एंड लाइफस्टाइल में वृद्धि के कारण मार्च 2024 तिमाही के लिए राजस्व 10.6% सालाना बढ़कर ₹76,627 करोड़ हो गया।
- चौथी तिमाही में रिलायंस रिटेल का तिमाही EBITDA साल-दर-साल 18.5% बढ़कर ₹ 5,823 करोड़ रहा। - रिटेल ने मार्च तिमाही के दौरान 7.8 मिलियन वर्ग फुट क्षेत्र में फैले 562 नए स्टोर खोले। तिमाही के अंत में रिटेल के कुल स्टोर्स की संख्या 18,836 हो गई, जो 79.1 मिलियन वर्ग फुट क्षेत्रफल में फैले हैं। इस तिमाही में सभी प्रारूपों में 27 करोड़ 20 लाख फुटफॉल दर्ज किए गए, जो कि वर्ष-दर-वर्ष 24.2% अधिक हैं।
- वित्त वर्ष 2023-24 के अंत तक रिलायंस रिटेल की रजिस्टर की गई उपभोक्ता संख्या 30 करोड़ 4 लाख पार कर गई है। पिछले साल के मुकाबले ये 22.2% ज़्यादा है। कुल मिलाकर रिलायंस रिटेल ने 1.26 अरब ट्रांज़ेक्शन किए जो पिछले साल के मुकाबले 22.0% अधिक हैं।
ऑयल बिजनेस में भी शानदार ग्रोथ
- चौथी तिमाही में रिलायंस के ऑयल टू केमिकल्स व्यवसाय का राजस्व साल-दर-साल 10.9% बढ़कर ₹142,634 करोड़ ($17.1 billion) रहा। - चौथी तिमाही में रिलायंस के ऑयल टू केमिकल्स व्यवसाय का EBITDA 3.0% (Y-o-Y) बढ़कर ₹ 16,777 करोड़ ($ 2.0 अरब) रहा। - तिमाही में रिलायंस के ऑयल एंड गैस व्यवसाय का राजस्व पिछले साल की चौथी तिमाही के मुकाबले 42.0% ज़्यादा रहा। - तिमाही में ऑल और गैस व्यवसाय का EBITDA ₹5,606 crore रहा जो साल-दर-साल 47.5% अधिक है. EBITDA मार्जिन 86.7% रही। - ब्लॉक के जी डी 6 से प्रतिदिन ~30 MMSCMD गैस और ~23,000 Bbls तेल/ कंडेन्सेट का उत्पादन हो रहा है। ‘आर’ और ‘सैट क्लस्टर’ – तेल के दो और कुओं में इंक्रिमेंटल उत्पादन के लिए डेवेलपमेंट प्लैन को सरकार की मंज़ूरी मिल गई है। -रिलायंस इंडस्ट्रीज ने प्रति शेयर Rs 10 के लाभांश यानी डिविडेंड की घोषणा की है।
(एजेंसी से इनपुट के साथ)यह भी पढ़ें : Hybrid Mutual Funds पर क्यों बढ़ रहा भरोसा, क्या इसमें नहीं होता पैसे गंवाने का जोखिम?