रिलायंस ने Viacom18-स्टार इंडिया मर्जर के लिए CCI से मांगी मंजूरी, जानिए कैसा होगा ज्वाइंट वेंचर
अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपने वायकॉम18 और स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (SIPL) के मर्जर के लिए कंपीटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) से मंजूरी मांगी है। सीसीआई देश में फेयर ट्रेड रेगुलेटर है जो कारोबार जगत में प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करता है। RIL ने अपनी नोटिस में यह भी कहा कि प्रस्तावित सौदे से भारत में प्रतिस्पर्धा पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा।
पीटीआई, नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपने वायकॉम18 और स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (SIPL) के मर्जर के लिए कंपीटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) से मंजूरी मांगी है। इस मर्जर की वैल्यू 8.5 अरब डॉलर है। सीसीआई देश में फेयर ट्रेड रेगुलेटर है, जो कारोबार जगत में प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करता है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने आवेदन में कहा है, 'इस प्रस्तावित सौदे का मकसद RIL के मालिकाना हक वाली वायकॉम18 के एंटरटेनमेंट बिजनेस और द वाल्ट डिज्नी कंपनी (TWDC) के पूर्ण स्वामित्व वाली स्टार इंडिया को मर्ज करना है। इस डील के बाद स्टार इंडिया का मालिकाना हक संयुक्त रूप से RIL के पास आ जाएगा।' RIL ने अपनी नोटिस में यह भी कहा कि प्रस्तावित सौदे से भारत में प्रतिस्पर्धा पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा।
क्या करते हैं Viacom18 और स्टार इंडिया
स्टार इंडिया फिलहाल टीवी प्रसारण, मोशन पिक्चर्स और ओटीटी प्लेटफॉर्म समेत संचालन सहित कई मीडिया गतिविधियों में लगा हुआ है। यह अमेरिका की द वॉल्ट डिज्नी कंपनी (TWDC) की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई है।वहीं, Viacom18 भारत और दुनिया भर में टेलीविजन (टीवी) चैनलों के प्रसारण, ओवर-द-टॉप (ओटीटी) प्लेटफॉर्म के संचालन का कारोबार करती है। यह मोशन पिक्चर्स के प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन का जिम्मा भी संभालता है।
कब हुई थी रिलायंस और डिज्नी की डील?
इस साल फरवरी में वैश्विक मीडिया दिग्गज वॉल्ट डिज्नी और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भारत में अपने मीडिया ऑपरेशन को मर्ज करने का फैसला किया था। उन्होंने 70,000 करोड़ रुपये की बड़ी पूंजी बनाने के लिए बाध्यकारी समझौते पर साइन किया है।
इस डील के बाद बनने वाला ज्वाइंट वेंचर देश के मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में सबसे बड़ी फर्म बन जाएगा। उसके पास कई भाषाओं में 100 से अधिक चैनल और दो प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म होंगे। उसकी पहुंच देशभर के करीब 75 करोड़ दर्शकों तक होगी।