Mumbai Airport को लेकर हुए इस फैसले से बढ़ेगी यात्रियों की परेशानी! मंत्रालय ने कहा - हमें मजबूर होकर...
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने खुलासा किया है कि कोरोना महामारी के बाद बढ़ते हवाई यातायात के बावजूद हवाईअड्डा पर्याप्त उपाय करने में विफल रहा है। मंत्रालय का कहना है कि हवाईअड्डा संचालक मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (Mumbai International Airport Ltd - MIAL) ने इस समस्या को हल करने के लिए कदम नहीं उठाए इसलिए उसे इस मामले में दखल देने को मजबूर होना पड़ा।
एएनआई, नई दिल्ली। Mumbai Airport मुंबई हवाई अड्डा देश के व्यस्ततम हवाई अड्डों में से एक है। हर साल हवाई यात्रियों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए यहां कई बार उड़ानों में देरी जैसी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। यहां एक बार में एक ही रनवे के चालू होने की वजह से एयरस्पेस में भीड़ भी खूब होती है। इन्हीं सब स्थितियों को देखते हुए अब केंद्र सरकार ने व्यस्त घंटों के दौरान मुंबई हवाई अड्डे पर कुछ उड़ानों को प्रतिबंधित करने का फैसला किया है।
इसे लेकर नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने दिशानिर्देश भी जारी किए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने खुलासा किया है कि कोरोना महामारी के बाद बढ़ते हवाई यातायात के बावजूद, हवाईअड्डा पर्याप्त उपाय करने में विफल रहा है। मंत्रालय का कहना है कि हवाईअड्डा संचालक मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (Mumbai International Airport Ltd - MIAL) ने इस समस्या को हल करने के लिए कदम नहीं उठाए, इसलिए उसे इस मामले में दखल देने को मजबूर होना पड़ा।
मुंबई एयरपोर्ट पर ये है समस्या
- मुंबई हवाई अड्डा देश के व्यस्ततम हवाई अड्डों में से एक है और फिलहाल अपनी क्षमता से अधिक संचालन कर रहा है।
- हाल के महीनों में, एयर ट्रैफिक बढ़ने की वजह से उड़ानों में देरी हो रही है, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है।
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने पाया कि हवाई अड्डे का संचालक मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) समस्या से निपटने के लिए उचित कार्रवाई नहीं कर रहा है।
केंद्र सरकार की कार्रवाई
- हवाई क्षेत्र में भीड़ कम करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइनों को आवंटित स्लॉट कम कर दिए हैं।
- MIAL को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वह हवाई यातायात प्रबंधन में सुधार करे।
- उड्डयन मंत्रालय ने चेताया है कि यदि सुधार नहीं दिखा, तो वह और सख्त कदम उठा सकता है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने क्या कहा
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने कहा है कि हवाई क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने के लिए ये कदम उठाना जरूरी हो गया था क्योंकि MIAL ने हालात को ठीक करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए। मंत्रालय ने कहा, "MIAL कई मौकों पर हवाई यातायात प्रबंधन में सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन करने में विफल रहा है। जब MIAL ने आवश्यक सुधार नहीं किए, तो हमें हस्तक्षेप करने और कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा।"
यात्रियों को हो सकती है परेशानी
- एयरलाइनों को आवंटित कम स्लॉट के कारण कुछ उड़ानें रद्द हो सकती हैं या इनमें देरी हो सकती है।
- उड़ानों में देरी होने की संभावना बढ़ सकती है।
- हवाई अड्डे के संचालक MIAL पर जुर्माने जैसी कार्रवाई भी संभव है।
अब आगे की क्या है राह?
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय हवाई क्षेत्र प्रबंधन में सुधारों की निगरानी करेगा।
- मुंबई हवाई अड्डा संचालक (MIAL) को सुधार करना होगा और हवाई यातायात प्रबंधन में सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन करना होगा।
- उम्मीद है कि इन उपायों से उड़ानों में देरी कम होगी और यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।