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Mutual Fund अब भी बन रहे लोगों की पहली पसंद, जनवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश 2 साल के उच्चतम स्तर पर

Mutual Fund Inflow म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) निवेश के लिए काफी अच्छा ऑप्शन है। लोगों को म्यूचुअल फंड में निवेश करना काफी पसंद आ रहा है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया ने एक आंकड़ें पेश किये हैं। इन आंकड़ों के अनुसार जनवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड में 21780 करोड़ रुपये का इन-फ्लो हुआ। इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं।

By Agency Edited By: Priyanka KumariUpdated: Thu, 08 Feb 2024 03:08 PM (IST)
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निवेशकों को Mutual Fund काफी पसंद आ रहा है

पीटीआई, नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड निवेश के लिए काफी अच्छा ऑप्शन है। जनवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड में 21,780 करोड़ रुपये का इन-फ्लो हुआ। यह लगभग दो वर्षों में सबसे अधिक मासिक निवेश बन गया। निवेशक स्मॉल-कैप फंडों को प्राथमिकता देता है।

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार दिसंबर में इस स्मॉल-कैप फंडों में लगभग 17,000 करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया।

जनवरी में इन-फ्लो मार्च 2022 के बाद से सबसे अधिक था। वहीं, म्यूचुअल फंड में 28,463 करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया था। लगातार 35 महीने म्यूचुअल फंड में इन-फ्लो देखा गया है।

वैल्यू फंड को छोड़कर सभी श्रेणियों में इक्विटी सेगमेंट में प्रवाह का अनुभव हुआ। इस श्रेणी को विषयगत फंडों में 4,805 करोड़ रुपये के फंड संग्रह से सहायता मिली। इसके बाद स्मॉल-कैप फंडों में 3,257 करोड़ रुपये और मल्टी-कैप फंडों में 3,039 करोड़ रुपये मिले।

जनवरी में लार्ज-कैप सेक्टर में 1,287 करोड़ रुपये का फंड इन-फ्लो देखा गया था। यह13 महीने से अधिक समय में उच्चतम स्तर पर था। निवेशक 15 प्रतिशत पर मिडकैप और 20 प्रतिशत प्रीमियम पर स्मॉल कैप के साथ लार्ज-कैप सेगमेंट के साथ काफी मूल्यांकन अंतर को महसूस कर रहे हैं।

FYERS में रिसर्च के उपाध्यक्ष गोपाल कवलिरेड्डी ने कहा

हालांकि स्मॉल-कैप फंडों ने लगातार चौथे महीने 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का शुद्ध प्रवाह अर्जित किया, लेकिन महीने-दर-महीने आधार पर मात्रा 600 करोड़ रुपये कम थी।

इक्विटी के अलावा, डेट स्कीम में पिछले दो महीनों में धन निकालने के बाद जनवरी में 76,469 करोड़ रुपये का इन-फ्लो देखा गया। इस खंड में दिसंबर में 75,560 करोड़ रुपये और नवंबर में 4,707 करोड़ रुपये का शुद्ध बहिर्वाह देखा गया था। इसके अतिरिक्त, हाइब्रिड योजनाओं में 20,637 करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया।

कुल मिलाकर म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में समीक्षाधीन महीने में 1.23 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह हुआ, जबकि दिसंबर में 40,685 करोड़ रुपये का बहिर्वाह हुआ था। मजबूत प्रवाह ने जनवरी के अंत में म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधनाधीन संपत्ति को 52.74 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया, जबकि दिसंबर के अंत में यह 50.78 लाख करोड़ रुपये थी।