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फरवरी में Mutual Fund इनफ्लो 23% बढ़ा, 2 साल के उच्चतम स्तर के करीब पहुंचा इक्विटी म्यूचुअल फंड

Mutual Fund Inflow म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) इन्वेस्टमेंट के लिए काफी पॉपुलर ऑप्शन है। कई निवेशक इसमें निवेश करना पसंद करते हैं। फरवरी में म्यूचुअल फंड इनफ्लो में तेजी देखने को मिली है। रिपोर्ट के अनुसार फरवरी में म्यूचुअल फंड में 26866 करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज हुआ है। यह जनवरी इनफ्लो से 23 फीसदी ज्यादा है। पढ़ें पूरी खबर..

By Agency Edited By: Priyanka Kumari Updated: Fri, 08 Mar 2024 05:15 PM (IST)
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फरवरी में Mutual Fund इनफ्लो 23% बढ़ा

 पीटीआई, नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) निवेश के लिए काफी पॉपुलर ऑप्शन है। आज फरवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड की रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट के अनुसार फरवीर में म्यूचुअल फंड इनफ्लो में पॉजिटिविटी देखने को मिली है।

रिपोर्ट के अनुसार फरवरी में म्यूचुअल फंड में 26,866 करोड़ रुपये का इनफ्लो देखने को मिला है। यह अभी तक 23 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। माना जाता है कि विषयगत फंडों के लिए बड़े पैमाने पर रुचि और नए फंड ऑफरिंग (एनएफओ) के लॉन्च ने म्यूचुअल फंड के इनफ्लो को प्रभावित किया है।

जनवरी में म्यूचुअल फंड में 21,780 करोड़ रुपये का प्रवाह रिकॉर्ड किया गया था। जनवरी इनफ्लो से 23 फीसदी ज्यादा इनफ्लो फरवरी में नोटिस किया गया है।

म्यूचुअल फंड के आंकड़ें

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार मंथली सिस्टेमैटिक इन्वेस्टनमेंट प्लान (एसआईपी) योगदान जनवरी के 18,838 करोड़ रुपये को पार करते हुए 19,186 करोड़ रुपये के नए उच्च स्तर पर पहुंच गया।

एएमएफआई के मुख्य कार्यकारी वेंकट चलसानी ने कहा

जैसा कि हमने फरवरी 2024 के आंकड़ों पर गौर किया, हमने देखा कि एसआईपी अकाउंट में वृद्धि हुई है। इसमें 49.79 लाख नए एसआईपी पंजीकरण के साथ कुल 8.20 करोड़ हो गया है। यह निवेशकों की अनुशासित धन संचय के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

कुल मिलाकर म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में फरवरी में 1.2 लाख करोड़ रुपये का इनफ्लो देखा गया, जो लगभग पिछले महीने के समान ही था। भारी प्रवाह डेट-ऑरियेंटिड स्कीम के 63,809 करोड़ रुपये, इक्विटी योजनाओं के 26,866 करोड़ रुपये और हाइब्रिड योजनाओं के 18,105 करोड़ रुपये के योगदान से प्रेरित था।

मजबूत प्रवाह ने फरवरी के अंत में प्रबंधन के तहत नेट एसेट को पिछले महीने के 52.74 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 54.54 लाख करोड़ रुपये कर दिया है।

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मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के विश्लेषक मेल्विन सैंटारिटा ने कहा

इस साल फरवरी में प्रवाह मार्च 2022 के बाद सबसे अधिक था, जब इक्विटी-उन्मुख म्यूचुअल फंड में 28,463 करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया था। साथ ही, नवीनतम प्रवाह इक्विटी फंडों में शुद्ध प्रवाह का लगातार 36वां महीना है। महीने के दौरान इक्विटी सेगमेंट को आठ नए फंड लॉन्च से भी मदद मिली, जिससे कुल मिलाकर 8,692 करोड़ रुपये जुटाए गए।

बता दें कि फोकस्ड फंडों को छोड़कर बाकी कैटेगिरी में 533 करोड़ रुपये का बहिर्वाह देखा गया। लिक्विड फंडों में 83,642 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह दर्ज किया गया और कॉरपोरेट बॉन्ड फंडों में 3,029 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रवाह देखा गया। इसके अलावा, समीक्षाधीन महीने के दौरान गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) में शुद्ध प्रवाह की मात्रा जनवरी में 657 करोड़ रुपये से बढ़कर 997 करोड़ रुपये हो गई।

सेक्टोरल में सबसे अधिक 11,263 करोड़ रुपये का निवेश देखा गया। इसके बाद लार्ज और मिडकैप श्रेणी में 3,157 करोड़ रुपये का इनफ्लो देखा गया है। हालाँकि, पिछले महीने में स्मॉल कैप और मिड-कैप में प्रवाह में क्रमशः 10 प्रतिशत और 12 प्रतिशत की गिरावट आई।

दिलचस्प बात यह है कि फरवरी में लार्ज कैप में 20 महीनों में तीसरा सबसे बड़ा प्रवाह 921 करोड़ रुपये रहा।

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के वरिष्ठ विश्लेषक, प्रबंधक अनुसंधान, नेहल मेश्राम ने कहा

दिसंबर 2023 में एडवांस टैक्स पेमेंट पूरा करने के बाद, कॉरपोरेट्स ने संभवतः छोटी अवधि के लिए अतिरिक्त निवेश योग्य धन को लिक्विड फंड में निर्देशित किया था, जिससे पिछले दो महीनों में भारी प्रवाह हुआ।

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