मार्च में इक्विटी म्यूचुअल फंड में आया 22,633 करोड़ रुपये का निवेश, फरवरी के मुकाबले आई कमी
ज्यादा से ज्यादा निवेश के लिए वर्तमान में कई ऑप्शन मौजूद हैं। इनमें से म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) काफी पॉपुलर है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) हर महीने म्यूचुअल फंड के इनफ्लो के आंकड़े जारी करता है। एएमएफआई ने मार्च में इक्विटी म्यूचुअल फंड के इनफ्लो के आंकड़े जारी कर दिया है। ताजा आंकड़ो के अनुसार लगातार 37वें महीने से एमएफ में इनफ्लो देखने को मिल रहा है।
पीटीआई, नई दिल्ली। इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश एक महीने पहले की तुलना में मार्च में 16 प्रतिशत घटकर 22,633 करोड़ रुपये रहा है। फरवरी में यह 26,866 करोड़ रुपये था। म्यूचुअल फंड कंपनियों के निकाय एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के मुताबिक, इक्विटी फंड में शुद्ध प्रवाह का सिलसिला लगातार 37वें महीने यानी मार्च में भी जारी रहा।
ऋण-आधारित म्यूचुअल फंड से निकासी
म्यूचुअल फंड उद्योग ने कुल मिलाकर फरवरी में 1.2 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया था, जबकि मार्च में 1.6 लाख करोड़ रुपये की बड़ी निकासी हुई। इस निकासी की बड़ी वजह यह रही कि ऋण-आधारित म्यूचुअल फंड योजनाओं में 1.98 लाख करोड़ रुपये की निकासी की गई।
स्माल कैप फंड को छोड़कर सभी श्रेणियों की इक्विटी योजनाओं में शुद्ध निवेश दर्ज किया गया। म्यूचुअल फंड कंपनियों की प्रबंधन-अधीन शुद्ध परिसंपत्तियां पिछले महीने 53.4 लाख करोड़ रुपये रह गईं, जबकि फरवरी के अंत में यह 54.54 लाख करोड़ रुपये थीं।
डेट स्कीम (Debt Scheme) में 1.98 लाख करोड़ रुपये की निकासी के कारण भारी निकासी हुई।
इक्विटी-उन्मुख योजनाओं में मार्च में 22,633 करोड़ रुपये का बहिर्वाह देखा गया, जबकि फरवरी में यह 26,866 करोड़ रुपये था। स्मॉल कैप फंडों को छोड़कर जिसमें 94 करोड़ रुपये का बहिर्वाह देखा गया। बाकी सभी श्रेणियों में इक्विटी सेगमेंट में प्रवाह का अनुभव हुआ।प्रबंधन के तहत उद्योग की शुद्ध संपत्ति फरवरी के अंत में 54.54 लाख करोड़ रुपये से थोड़ी कम होकर पिछले महीने 53.4 लाख करोड़ रुपये रह गई।