Move to Jagran APP

मोदी सरकार में म्यूचुअल फंड और शेयर मार्केट ने दिया बंपर रिटर्न, अब यूपी-बिहार से आ रहे सबसे ज्यादा निवेशक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली बीजेपी सरकार 2014 में सत्ता में आई। उसके बाद से इक्विटी मार्केट और म्यूचुअल फंड्स ने निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया है। इन दोनों ने सालाना औसतन 14 प्रतिशत मुनाफा दिया है। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर रजिस्टर्ड होने वाले नए निवेशकों में से अधिकतर यूपी बिहार और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से हैं।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Sat, 13 Apr 2024 08:00 PM (IST)
Hero Image
मोदी सरकार बनने के बाद म्यूचुअल फंड निवेशकों को सालाना 14 प्रतिशत रिटर्न मिला है।
एएनआई, नई दिल्ली। 2014 में केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद इक्विटी मार्केट में हर साल औसतन करीब 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। म्यूचुअल फंड निवेशकों को भी इस अवधि के दौरान हर साला औसतन 14 प्रतिशत रिटर्न मिला है। इन 10 वर्षों के दौरान म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) में छह गुना से ज्यादा की वृद्धि रही है।

इंडस्ट्री का AUM 31 मार्च 2014 के 8.25 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 31 मार्च 2024 को 53.40 लाख करोड़ रुपये हो गया है। 4.21 करोड़ निवेशक आधार के साथ म्यूचुअल फंड उद्योग के एयूएम ने हाल में 55 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है। बीते 10 वर्षों में कुल खातों की संख्या भी 3.8 करोड़ से बढ़कर इस वर्ष 31 मार्च तक 17.79 करोड़ हो गई है।

बीते 10 वर्षों के दौरान पांच लार्ज-कैप म्यूचुअल फंड योजनाओं ने निवेशकों को हर साल औसतन 14.7 से 18.17 प्रतिशत रिटर्न दिया है। शीर्ष पांच मिड-कैप फंड्स ने औसतन 20.2 से 21 प्रतिशत रिटर्न दिया है। शीर्ष पांच लार्ज एंड मिडकैप फंड्स ने हर वर्ष औसतन 16.8 से 22.34 प्रतिशत रिटर्न दिया है। शीर्ष पांच स्माल-कैप फंड्स ने भी इस अवधि के दौरान 18.74 प्रतिशत से 28 प्रतिशत तक रिटर्न दिया है।

ELSS में 24 प्रतिशत तक रिटर्न

2014 से 2024 के दौरान टैक्स बचत योजना इक्विटी-लिंक्ड बचत योजना (ELSS) ने भी अच्छा रिटर्न दिया है। बीते 10 वर्षों में शीर्ष पांच ELSS योजनाओं ने 16.9 से 24.7 प्रतिशत तक औसत वार्षिक रिटर्न दिया है। साथ ही इन योजनाओं से निवेशकों को आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक की कर छूट का भी लाभ मिला है।

2014 से अब तक सोने ने कुल 97 प्रतिशत रिटर्न दिया है और इसका वार्षिक औसत रिटर्न 7.2 प्रतिशत रहा है। निफ्टी का कुल रिटर्न 262 प्रतिशत जबकि हर वर्ष का औसत रिटर्न 13.4 प्रतिशत रहा है। सेंसेक्स ने बीते 10 वर्षों में कुल 255 प्रतिशत रिटर्न दिया है और इसका हर वर्ष का औसत रिटर्न 12.6 प्रतिशत रहा है।

यूपी-बिहार से नए निवेशक ज्यादा

नेशनल स्टाक एक्सचेंज (NSE) पर रजिस्टर्ड पंजीकृत होने वाले नए निवेशकों में बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सबसे आगे हैं। NSE के ताजा डेटा से पता चलता है कि नए निवेशक जोड़ने में इन राज्यों ने गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। पारंपरिक तौर पर NSE में गुजरात और महाराष्ट्र का दबदबा रहता है, लेकिन ताजा आंकड़ों से पता चलता है इसमें बड़ा बदलाव आया है।

डेटा के अनुसार, पिछले वर्ष अक्टूबर से अब तक एनएसई से जुड़ने वाले नए निवेशकों में बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और अन्य उत्तरी राज्यों की हिस्सेदारी 42 प्रतिशत से ज्यादा रही है। इस दौरान इन राज्यों से जुड़े वाले नए निवेशकों की संख्या 3.1 करोड़ रही है। महाराष्ट्र, गुजरात और अन्य पश्चिमी राज्यों से 2.8 करोड़ नए निवेशक जुड़े हैं।

यह भी पढ़ें : 10 में से 9 लोग होते हैं कंगाल, फिर क्यों निवेशकों के सिर से नहीं उतर रहा फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग का भूत