Stock Market: अब विदेशी निवेशकों का मोहताज नहीं भारत का शेयर मार्केट, जानिए किसकी बदौलत बढ़ रहा बाजार
भारत का स्टॉक मार्केट इस साल काफी शानदार प्रदर्शन कर रहा है। इसकी बड़ी वजह रिटेल इन्वेस्टर हैं जो अपनी बचत का बड़ा शेयरों में निवेश कर रहे हैं। इस तेजी का लाभ उठाने के लिए म्यूचुअल फंड ने भी अपनी AUM का बड़ा हिस्सा इक्विटी मार्केट में लगा रखा है। यही वजह है कि विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली के बावजूद बाजार में ज्यादा गिरावट नहीं आई है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कुछ साल से म्यूचुअल फंड्स (MF) में निवेश करने वालों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। बहुत से लोग सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए म्यूचुअल फंड में पैसा लगा रहे हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि आप जिन म्यूचुअल फंड में हर महीने हजारों रुपये लगाते हैं और बदले में तगड़ा रिटर्न पाते हैं, वे अपना पैसा कहां निवेश कर रहे हैं?
म्यूचुअल फंड्स अलग-अलग तरह के होते हैं और वे अपने अपनी रिस्क मैनेजमेंट कैपेसिटी के हिसाब से स्टॉक मार्केट, बॉन्ड, सिक्योरिटीज और गोल्ड जैसी एसेट में निवेश करते हैं। लेकिन, अगर साल 2024 की बात करें, तो म्यूचुअल फंड ने भारत के इक्विटी मार्केट में काफी भरोसा दिखाया और अब तक करीब 1.3 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है।
इक्विटी में क्यों पैसे लगा रहे MF?
दरअसल, भारत का स्टॉक मार्केट इस साल काफी शानदार प्रदर्शन कर रहा है। इसकी बड़ी वजह रिटेल इन्वेस्टर हैं, जो अपनी बचत का बड़ा शेयरों में निवेश कर रहे हैं। इस तेजी का लाभ उठाने के लिए म्यूचुअल फंड ने भी अपनी एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) का बड़ा हिस्सा इक्विटी मार्केट में लगा रखा है।
Tradejini के सीओओ त्रिवेश डी का कहना है कि म्यूचुअल फंड घरेलू निवेशकों के लिए लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करते हैं। उन्हें भारतीय बाजार की आतंरिक क्षमता की पहचान है कि इसमें ग्रोथ काफी संभावना है। यही वजह है कि वे लोकसभा चुनाव जैसी घटनाओं से ज्यादा प्रभावित नहीं होते, जिससे मार्केट में कुछ हद तक अस्थिरता आ जाती है।
SIP का भी अहम रोल
आज भी बहुत से लोग शेयर बाजार में निवेश को जुआ मानते हैं। लेकिन, मशहूर हस्तियों समेत इंडस्ट्री के दिग्गजों ने बताया कि किस तरह से SIP के जरिए मिलने वाला कंपाउंडिंग रिटर्न आपको मालामाल कर सकता है। इससे उन लोगों ने म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश करना शुरू कर दिया, जो पहले शेयर मार्केट से बिल्कुल दूर रहना चाहते थे। SIP में निवेश 2024 में 20,371 करोड़ रुपये के नए शिखर पर पहुंच गया।
2024 में 16 मई तक म्यूचुअल फंड का शेयर मार्केट में निवेश (सोर्स- सेबी)
महीना | निवेश |
जनवरी | 23,010 करोड़ रुपये |
फरवरी | 14,295 करोड़ रुपये |
मार्च | 44,233 करोड़ रुपये |
अप्रैल | 20,155 करोड़ रुपये |
मई (16 तक) | 26,038 करोड़ रुपये |
बिकवाली का म्यूचुअल फंड पर असर नहीं
विदेश पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) अस्थिर वैश्विक माहौल, ब्याज दरों में कटौती पर अनिश्चितता और मुनाफावसूली के कारण इक्विटी से पैसा निकाल रहे हैं। उन्होंने इस साल अब तक 25,000 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है। लेकिन, इसके उलट घरेलू म्यूचुअल शेयर मार्केट में लगातार निवेश कर रहे हैं।
यह भारतीय बाजारों के लिए एक बड़ा संकेत है कि अब उसकी विदेशी धन पर निर्भरता घट रही है। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली के बावजूद भारतीय शेयर में कोई बड़ा भूचाल नहीं आया है, क्योंकि म्यूचुअल फंड के साथ डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर लगातार खरीदारी कर रहे है। खुदरा निवेशक भी इनका साथ बखूबी निभा रहे हैं।
म्यूचुअल फंड अमूमन फाइनेंशियल सर्विसेज में सबसे अधिक निवेश रखते हैं। इसके बाद आईटी और फार्मास्युटिकल्स सेक्टर में पैसे लगाते हैं। म्यूचुअल फंड पिछले एक साल में फार्मास्युटिकल, बिजली, इंफ्रास्ट्रक्चर और ऑटोमोबाइल में अपना आवंटन बढ़ा रहे हैं।
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