Mutual Funds में SIP या Lumpsum क्या है निवेश करने का सही तरीका, समझें दोनों के फायदे और नुकसान
Mutual Funds में एसआईपी या लंपसम कैसे निवेश करना चाहिए। इसके लेकर निवेशकों के मन में कन्फ्यूजन बना रहता है। निवेशक को किसी भी स्कीम का चुनाव करने के पहले अपनी निवेश अवधि को चुनना चाहिए। एसआईपी के जरिए निवेश से बाजार के सभी टाइमफ्रेम का फायदा निवेशक को मिल जाता है। लंपसम में आप बाजार की गिरावट का फायदा उठा सकते हैं।
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Tue, 12 Sep 2023 12:12 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आज के समय में निवेश के काफी सारे विकल्प हैं, जिसमें म्यूचुअल फंड काफी पॉपुलर है। इसमें कोई भी व्यक्ति लंपसम और एसआईपी के जरिए निवेश कर सकता है, लेकिन लोगों के मन में एक सवाल ये आता है कि दोनों में से सबसे बेहतर विकल्प कौन-सा है। एसआईपी और लंपसम दोनों के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं।
SIP के जरिए निवेश
फायदे
एसआईपी के जरिए निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें बाजार के सभी टाइमफ्रेम का फायदा निवेशक को मिल जाता है। ये एक तरह से ईएमआई की तरह से होता है। हर महीने एक किस्त के रूप में निर्धारित राशि म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश कर दी जाती है। लंबी अवधि में निवेश के लिए एसआईपी एक अच्छा विकल्प है। इससे लॉन्ग टर्म कंपाउंडिंग का फायदा भी मिलता है।नुकसान
एसआईपी केवल लंबी अवधि के निवेश के लिए अधिक प्रभावी होता है। म्युचू्अल फंड स्कीम में एक निश्चित तारीख को ही एसआईपी जाती है। कई बार देरी होने पर जुर्माना आदि भी भरना पड़ता है। ज्यादातर देखा गया है कि एसआईपी केवल फिक्स इनकम वाले लोगों के लिए अच्छी रहती है।
Lumpsum निवेश
फायदे
लंपसम निवेश का एक बड़ा फायदा यह होता है कि आप बाजार की परिस्थिति के मुताबिक निवेश कर सकते हैं। इसमें आप शॉर्ट टर्म में मुनाफा कमाने के लिए उपयोग कर सकते हैं। अगर आप लंबी अवधि के लिए एक बड़ा निवेश करना चाहते हैं और आपकी आय अस्थिर है तो भी लंपसम एक अच्छा तरीका हो सकता है।उदाहरण के लिए कोरोना के समय जब बाजार में बड़ी गिरावट आई तो म्युचूअल फंड में एसआईपी के जरिए निवेश एक अच्छा मौका था।