घर में रखा मेड इन चाइना सामान नकली तो नहीं, जानिए अमेरिका ने इस आशंका पर क्या लिया एक्शन
अमेरिका ने वर्ष 2006 से कुख्यात बाजारों को चिह्न्ति करना शुरू किया था। अमेरिका की ट्रेड एजेंसी का कहना है कि ये दोनों कंपनियां नकली सामान के कारोबार में लगी हैं या इस कारोबार को बढ़ावा दे रही हैं। ये कंपनियां ट्रेडमार्क और कॉपीराइट का उल्लंघन कर रही हैं।
By Ashish DeepEdited By: Updated: Sun, 20 Feb 2022 12:37 PM (IST)
नई दिल्ली, आइएएनएस। अमेरिका ने नकली सामानों (Counterfeit goods) का कारोबार करने वालों की सूची में चीन की दिग्गज कंपनियों अलीबाबा (Alibaba) और टेनसेंट (Tencent) को शामिल किया है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की इस कुख्यात बाजार सूची में अलीबाबा और टेनसेंट द्वारा संचालित 42 ऑनलाइन वेबसाइट और 35 स्टोर को शामिल किया गया है।
2006 से बन रही लिस्ट अमेरिका ने वर्ष 2006 से कुख्यात बाजारों को चिह्न्ति करना शुरू किया था। अमेरिका की ट्रेड एजेंसी का कहना है कि ये दोनों कंपनियां नकली सामान के कारोबार में लगी हैं या इस कारोबार को बढ़ावा दे रही हैं। ये कंपनियां ट्रेडमार्क और कॉपीराइट का उल्लंघन कर रही हैं।
कॉपीराइट को लेकर तनातनी पुरानी बात अमेरिका और चीन के बीच बौद्धिक संपदा और कारोबार को लेकर तनातनी पुरानी बात है। अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताइ का कहना है कि नकली और तस्करी के सामानों के वैश्विक कारोबार से अमेरिकी इनोवेशन और सृजनात्मकता दोनों प्रभावित होती है और इससे अमेरिकी कर्मचारियों का नुकसान होता है।
अली एक्सप्रेस और वी-चैट भी शामिल
अमेरिका ने इस सूची में पहली बार अली एक्सप्रेस (Ali Express) और वी-चैट (We Chat) ई-कॉमर्स साइट को भी शामिल किया है। अली एक्सप्रेस अलीबाबा और वी चैट टेनसेंट द्वारा संचालित है। चीन आधारित बायदू वैंगपैन, डीएचगेट, पिनदुओदुओ और ताओबायो इस सूची में अब भी शामिल हैं। इसके अलावा चीन के वे नौ बाजार भी सूची में शामिल हैं, जो नकली सामानों को बनाते हैं, उनका वितरण करते हैं और बिक्री करते हैं।
टेनसेंट का आया बयान टेनसेंट का कहना है कि उसने अपने प्लेटफॉर्म पर बौद्धिक संपदा अधिकार की रक्षा के लिए काफी अधिक निवेश किया है। कंपनी ने बीबीसी से कहा कि वह अमेरिका के इस फैसले से असहमत है और वह इस मसले के हल के लिए मिलकर काम करने को तैयार है। अलीबाबा ने इस विषय में कोई टिप्पणी नहीं की है।