RBI के नए डिप्टी गवर्नर Michael Patra को जानिए, विरल आचार्य का लेंगे स्थान
Michael Patra ने आईआईटी मुंबई से इकोनॉमिक्स में पीएचडी किया है। अक्टूबर 2005 में मौद्रिक नीति विभाग में भेजे जाने से पहले पात्रा आर्थिक विश्लेषण विभाग में सलाहकार थे।
By Ankit KumarEdited By: Updated: Tue, 14 Jan 2020 12:12 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। केंद्र सरकार ने माइकल पात्रा को रिजर्व बैंक का नया डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है। पात्रा इस पद से इस्तीफा देने वाले विरल आचार्य का स्थान लेंगे। पात्रा आरबीआई के चौथे डिप्टी गवर्नर होंगे और उनके पास भी आचार्य की तरह ही मौद्रिक नीति मामला रहने की उम्मीद है। पात्रा का कार्यकाल तीन साल का होगा। नये डिप्टी गवर्नर पहले मौद्रिक नीति विभाग में कार्यकारी निदेशक के पद पर रह चुके हैं। वह मौद्रिक नीति समीति (MPC) के सदस्य भी हैं। पिछले तीन नीतिगत बैठकों में पात्रा ने अर्थव्यवस्था की गति को तेजी देने के लिए ब्याज दर में कटौती का समर्थन किया था।
माइकल पात्रा का पूरा नाम माइकल देवव्रत पात्रा है। Patra ने आईआईटी मुंबई से इकोनॉमिक्स में पीएचडी किया है। अक्टूबर, 2005 में मौद्रिक नीति विभाग में भेजे जाने से पहले पात्रा आर्थिक विश्लेषण विभाग में सलाहकार थे। पात्रा वर्ष 1985 में रिजर्व बैंक से जुड़े थे और तब से कई पदों पर काम कर चुके हैं। वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के फेलो रह चुके हैं। वहां उन्होंने वित्तीय स्थिरता को लेकर पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्च किया था।
रिजर्व बैंक में पात्रा के अलावा एनएस विश्वनाथन, बीपी कानूनगो और एमके जैन के रूप में पहले से तीन डिप्टी गवर्नर हैं। शक्तिकांत दास आरबीआई के गवर्नर हैं।India’s government appointed career central banker Michael Patra as one of the Reserve Bank of India’s four deputy governors for a three-year term, it said in a statement on Tuesday https://t.co/mSSRh2YUVS" rel="nofollow pic.twitter.com/nI6kNu5lkh
— Reuters India (@ReutersIndia) January 14, 2020
आचार्य ने अपना कार्यकाल पूरा होने से छह माह पूर्व जुलाई, 2019 में इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, आचार्य ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा की बात कही थी लेकिन इस बात की अटकलें लगी थी कि विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार एवं केंद्रीय बैंक के बीच टकराव के कारण उन्होंने त्यागपत्र दिया था।