क्या होता है No-Claim Bonus? Health Insurance में कैसे मिलता है पॉलिसीधारक को इसका फायदा, जानिए पूरी डिटेल
No-Claim Bonus in Health Insurance नो क्लेम बोनस स्वास्थ्य बीमा कंपनियों द्वारा दावा न करने वाले पॉलिसीधारकों को दिया जाने वाला एक रिवार्ड है। मान लीजिए कि आपने स्वास्थ्य बीमा लिया है जहां आपने एक वर्ष के लिए प्रीमियम का भुगतान किया है लेकिन उस वर्ष के दौरान आप बीमार नहीं हुए और बीमा दावा नहीं किया तो इस स्थिति में बीमा कंपनियां पॉलिसीधारक को एक वित्तीय लाभ देती है।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Tue, 29 Aug 2023 07:30 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: हम जब भी शॉपिंग करते हैं, ऑनलाइन या ऑफलाइन हमें फ्री या रिवार्ड या डिस्काउंट की उम्मीद हमेशा रहती है। यहां तक की हम अगर सब्जी खरीदने भी जाते हैं तो हमारी कोशिश रहती है कि फ्री में धनिया या फिर मिर्च ले लिया जाए।
ऐसे में जब बात इंश्योरेंस यानी बीमा की आती है तो हम कैसे पिछे हट सकते हैं। आज हम बात हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) की कर रहे हैं जहां आपको नो-क्लेम बोनस (No-Claim Bonus) मिलता है। चलिए इसके बारे में एक-एक डिटेल समझते हैं कि यह क्या है, यह कब मिलता है और नो-क्लेम बोनस कितने प्रकार के होते हैं।
क्या होता है नो-क्लेम बोनस?
नो-क्लेम बोनस (एनसीबी) एक पुरस्कार है जो स्वास्थ्य बीमा कंपनियां अपने पॉलिसीधारकों को देती हैं, जिन्होंने कोई दावा नहीं किया है। चलिए अब डिटेल में और सरल शब्दों में समझते हैं। मान लीजिए आपने कोई हेल्थ इंश्योरेंस लिया जिसका एक साल तक प्रीमियम आपने भरा, लेकिन उस एक साल में आपने बीमार नहीं पड़े और आपने बीमा क्लेम नहीं किया तो इस स्थिति में बीमा कंपनियां पॉलिसीधारक को कुछ न कुछ मौद्रिक लाभ देती है जिसे नो-क्लेम बोनस कहा जाता है।यहां मौद्रिक लाभ का मतलब यह है कि बीमा कंपनियां या तो पॉलिसीधारक का बीमा कवरेज बढ़ा देती हैं या तो प्रीमियम पर डिस्काउंट देती है जिससे पॉलिसीधारक को काफी फायदा होता है। इसलिए कभी भी हेल्थ इंश्योरेंस लेते वक्त यह जरूर ध्यान रखें की एक ऐसी पॉलिसी चुने जिसमें नो-क्लेम बोनस ज्यादा हो। यह इनाम इसलिए दिया जाता है क्योंकि आप पॉलिसी अवधि के दौरान फिट रहे और आपने अपनी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी पर कोई दावा नहीं किया।
कितने तरह के होते हैं नो-क्लेम बोनस?
स्वास्थ्य बीमा के लिए दो प्रकार के नो-क्लेम बोनस होते हैं, पहला प्रीमियम पर छूट और दूसरा संचयी लाभ। चलिए एक-एक कर समझते हैं।प्रीमियम पर छूट: इस प्रकार के नो-क्लेम बोनस के तहत, बीमा कंपनी प्रत्येक दावा-मुक्त वर्ष के लिए आपके अगले प्रीमियम पर छूट प्रदान करता है। इसका मतलब यह है कि समान बीमा राशि के लिए आपको केवल कम प्रीमियम राशि का भुगतान करना होगा।
मान लीजिए कि आपने 10 लाख रुपये की बीमा राशि के साथ एक स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी खरीदी है और 10,000 रुपये (सालाना भुगतान किया जाने वाला) का प्रीमियम भुगतान किया है और आपका बीमाकर्ता प्रीमियम पर 5 प्रतिशत छूट के रूप में नो-क्लेम बोनस की पेशकश कर रहा है।यदि आपने उस वर्ष कोई दावा नहीं किया, तो अगले वर्ष के लिए आपकी प्रीमियम राशि 9,500 रुपये (10,000 रुपये पर 5 प्रतिशत छूट) होगी, जबकि अन्य सभी लाभ और बीमा राशि वही रहेगी।
संचयी लाभ: संचयी नो-क्लेम बोनस के तहत, बीमा कंपनी आपकी प्रीमियम राशि को समान रखते हुए प्रत्येक दावा-मुक्त वर्ष के लिए आपकी पॉलिसी की बीमा राशि या कवरेज राशि बढ़ाती है।चलिए इसे भी उपर लिए गए उदाहरण से समझते हैं। यदि आपकी बीमा कंपनी नो-क्लेम बोनस के रूप में 5 प्रतिशत का संचयी लाभ प्रदान करता है, तो अगले वर्ष के लिए आपकी बीमा राशि बढ़कर 10.5 लाख रुपये हो जाएगी जबकि आपकी प्रीमियम राशि 10,000 रुपये पर ही रहेगी।