नोकिया की कैंटीन सेवा को कहा 'नो', हड़ताल पर कर्मचारी
नोकिया के चेन्नई प्लांट में प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच जारी गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अब नोकिया के कर्मियों ने कंपनी पर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) को जबर्दस्ती लेने का आरोप लगाया है। इसको लेकर कर्मचारियों ने कैंटीन सेवाओं का विरोध करते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया। नोकिया
By Edited By: Updated: Tue, 22 Apr 2014 11:42 AM (IST)
चेन्न्ई। नोकिया के चेन्नई प्लांट में प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच जारी गतिरोध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अब नोकिया के कर्मियों ने कंपनी पर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) को जबर्दस्ती लेने का आरोप लगाया है। इसको लेकर कर्मचारियों ने कैंटीन सेवाओं का विरोध करते हुए अपना गुस्सा जाहिर किया।
नोकिया इंडिया एंप्लाईज यूनियन के एक अधिकारी ने कहा, 'हमने कंपनी द्वारा दी जा ही कैंटीन सेवाओं की सुविधाएं लेना बंद कर दिया है। यह कंपनी द्वारा जबर्दस्ती वीआरएस लेने पर मजबूर करने के विरोध का प्रतीक है।' गौरतलब है कि कंपनी ने इसके खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी, जहां हाल ही में उच्च न्यायालय के आदेश को बरकरार रखा गया है। वहीं 8000 कर्मचारियों के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बरकरार है। नोकिया ने कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश की थी, जबकि कर्मचारी यूनियन ने इसे खारिज कर दिया है। उनकी मांग है कि सभी की नौकरियां सुरक्षित रहना चाहिए और बिना की किसी देरी के इस अनिश्चितता की स्थिति को खत्म कर दिया जाए। नोकिया के श्रीपेरम्बदूर संयंत्र में कार्यरत करीब 700 प्रशिक्षु कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। यह जानकारी यूनियन के सूत्रों ने दी। सूत्रों ने बताया, 'संयंत्र में करीब 700 प्रशिक्षु हैं और उन्होंने वीआरएस का विकल्प अपनाया है।'