शेयर मार्केट में तूफानी रफ्तार से बढ़ रहे नए निवेशक, NSE ने सिर्फ 5 महीने में जोड़े एक करोड़ इन्वेस्टर
कोरोना महामारी के बाद शेयर मार्केट में निवेश करने वालों की तादाद काफी तेजी से बढ़ी है। शेयर मार्केट ने भी उन्हें निराश नहीं किया और हैरतंगेज रिटर्न दिया है। एनएसई ने पिछले पांच महीनों में ही 1 करोड़ यूनिक इन्वेस्टर जोड़े हैं। ये आंकड़े इसलिए भी हैरान करते हैं क्योंकि एनएसई पर रजिस्टर्ड इन्वेस्टर बेस का आंकड़ा 4 करोड़ तक पहुंचने में 25 साल लग गए थे।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पिछले काफी समय से भारतीय शेयर मार्केट में शानदार तेजी देखने को मिल रही है। इस बहती गंगा में हाथ धोने के लिए बड़ी संख्या में नए निवेशक भी बाजार में आ रहे हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर गुरुवार को रजिस्टर्ड यूनिक इन्वेस्टर्स की तादाद पहली बार 10 करोड़ के पार पहुंच गई।
टोटल अकाउंट 19 करोड़ के पार
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के मुताबिक, यूनिक रजिस्टर्ड इन्वेस्टर बेस का आंकड़ा 8 अगस्त को 10 करोड़ के पार पहुंच गया। एक्सचेंज के साथ रजिस्टर्ड क्लाइंट कोड का टोटल नंबर 19 करोड़ पहुंच गया। कई निवेशक एक से अधिक अकाउंट रखते हैं। इससे इन्वेस्टर्स का टोटल अकाउंट यूनिक नंबर से अधिक होता है। इसमें अब तक रजिस्टर किए गए सारे अकाउंट शामिल होते हैं।
सिर्फ 5 महीने में बढ़े 1 करोड़ निवेशक
कोरोना महामारी के बाद शेयर मार्केट में निवेश करने वालों की तादाद काफी तेजी से बढ़ी है। शेयर मार्केट ने भी उन्हें निराश नहीं किया और हैरतंगेज रिटर्न दिया है। एनएसई ने पिछले पांच महीनों में ही 1 करोड़ यूनिक इन्वेस्टर जोड़े हैं। ये आंकड़े इसलिए भी हैरान करते हैं, क्योंकि एनएसई पर रजिस्टर्ड इन्वेस्टर बेस का आंकड़ा 4 करोड़ तक पहुंचने में 25 साल लग गए थे।3 साल में जुड़े 6 करोड़ नए इन्वेस्टर्स
एनएसई में 4 करोड़ यूनिक इन्वेस्टर्स मार्च 2021 में हुए थे। अब यह टोटल आंकड़ा 10 करोड़ के पार पहुंच गया है। इसका मतलब कि 25 साल में सिर्फ 4 करोड़ निवेशक जोड़ने वाले एनएसई ने पिछले करीब साढ़े तीन साल में 6 करोड़ नए इन्वेस्टर्स जोड़ लिए हैं। अब औसतन हर 6-7 महीने में 1 करोड़ नए निवेशक जुड़ते जा रहे हैं। यह रफ्तार आगे भी जारी रहने की उम्मीद है।
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