Move to Jagran APP

FY25 की पहली तिमाही में NSE का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट 51 प्रतिशत बढ़ा, सरकारी कोष में दिए 14,003 करोड़ रुपये

NSE ने वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में समेकित आधार पर 2567 करोड़ रुपये की नेट प्रॉफिट की है सालाना स्तर पर 39 प्रतिशत अधिक है। NSE ने Q1 FY25 के लिए स्टैंडअलोन आधार पर तिमाही के दौरान 1762 करोड़ रुपये का कुल खर्च किया। एनएसई ने वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में सरकारी खजाने में 14003 करोड़ रुपए का योगदान दिया।

By Jagran News Edited By: Ram Mohan Mishra Updated: Wed, 07 Aug 2024 06:22 PM (IST)
Hero Image
FY25 की पहली तिमाही में NSE का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट 51 प्रतिशत बढ़ा है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। भारत के प्रमुख एक्सचेंज NSE ने FY25 की पहली तिमाही में 4,510 करोड़ रुपये का समेकित परिचालन राजस्व दर्ज किया, जो सालाना स्तर पर 51 प्रतिशत अधिक है। ट्रेडिंग रेवेन्यू के अलावा, परिचालन से राजस्व को अन्य रेवेन्यू लाइन्स द्वारा भी सपोर्ट मिला, जिसमें मुख्य रूप से डेटा सेंटर और कनेक्टिविटी फीस,क्लियरिंग सर्विस, लिस्टिंग सर्विस, इंडेक्स सर्विस और डेटा सर्विस शामिल हैं।

क्या कहते हैं आंकड़े? 

एनएसई ने वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में समेकित आधार पर 2,567 करोड़ रुपये की नेट प्रॉफिट की है, सालाना स्तर पर 39 प्रतिशत अधिक है। FY 25 की पहली तिमाही के लिए नेट प्रॉफिट मार्जिन 52 प्रतिशत रहा। समेकित आधार पर, प्रति शेयर आय वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 37.26 रुपये से बढ़कर 51.86 रुपये हो गई। ट्रेडिंग वॉल्यूम के मोर्चे पर, कैश मार्केट में औसत दैनिक ट्रेडेड वॉल्यूम (ADTV) 1,22,872 करोड़ रुपये (साल दर साल 110% की वृद्धि) दर्ज की गई, जबकि इक्विटी फ्यूचर्स ADTV 2,09,279 करोड़ रुपये (साल दर साल 101% की वृद्धि) पर पहुंच गया और इक्विटी ऑप्शन (प्रीमियम वैल्यू) ADTV Q1 FY25 के लिए 71,957 करोड़ रुपये (साल दर साल 33% की वृद्धि) पर रहा।

यह भी पढ़ें- 'Income Tax Refund Due' के मैसेज के बाद हो जाएं सावधान, एक भूल और लुट जाएंगे आप

NSE ने स्टैंडअलोन आधार पर Q1 FY25 के लिए कुल परिचालन आय 4,051 करोड़ रुपये दर्ज की, जो साल दर साल आधार पर 43% की वृद्धि दर्शाती है, जो पिछले साल इसी तिमाही के लिए 2,833 करोड़ रुपये थी।

NSE ने किया इतना खर्च

NSE ने Q1 FY25 के लिए स्टैंडअलोन आधार पर तिमाही के दौरान 1,762 करोड़ रुपये का कुल खर्च किया। इनमें से लगभग 49% व्यय, जो 862 करोड़ रुपये है, सेबी विनियामक शुल्क, सेबी की सलाह के अनुसार कोर एसजीएफ में अतिरिक्त योगदान और आईपीएफटी में योगदान के लिए है। एनएसई ने वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में सेबी की सलाह के अनुसार कोर सेटलमेंट गारंटी फंड कॉर्पस को मौजूदा स्तर से बढ़ाकर 10,500 करोड़ रुपये करने के लिए 587 करोड़ रुपये के अतिरिक्त योगदान का प्रावधान किया है।

उपरोक्त योगदान के बाद कोर एसजीएफ का कॉर्पस 9,726 करोड़ रुपये हो जाएगा। परिचालन EBITDA लेवल पर एनएसई ने स्टैंडअलोन आधार पर वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के लिए 59% का EBITDA मार्जिन पोस्ट किया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 69% था। एनएसई ने वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के लिए 1,960 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले साल इसी तिमाही के लिए 1,598 करोड़ रुपये था। नेट स्टैंडअलोन लाभ मार्जिन 45% रहा।

किता टैक्स भरा? 

एनएसई ने वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में सरकारी खजाने में 14,003 करोड़ रुपए का योगदान दिया, जिसमें एसटीटी/सीटीटी में 12,054 करोड़ रुपए, आयकर में 236 करोड़ रुपए, स्टाम्प ड्यूटी में 1,018 करोड़ रुपए, जीएसटी में 362 करोड़ रुपए और सेबी शुल्क में 333 करोड़ रुपए शामिल थे। 12,054 करोड़ रुपए के एसटीटी में से 63% कैश मार्केट सेगमेंट से और 37% इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट से है।

यह भी पढ़ें- Tax Refund Status चेक करना है आसान, सिर्फ PAN नंबर से हो जाएगा आपका काम