NSE ने अवैध 'डब्बा' ट्रेडिंग से किया आगाह, कहा- डूब सकते हैं निवेशकों के पैसे, हो सकती है कानूनी कार्रवाई
डब्बा ट्रेडिंग एक प्रॉक्सी मार्केट है। इस सिस्टम में सभी लेनदेन नकद में निपटाए जाते हैं। ऑपरेटर व्यक्तिगत रूप से ऑर्डर लेते हैं और सारा लेनदेन स्टॉक मार्केट के बाहर होता है। भारत में यह अवैध है। (जागरण फाइल फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने सोमवार को निवेशकों को शेयर बाजार में अवैध 'डब्बा' कारोबार की पेशकश करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ आगाह किया। 'डब्बा' ट्रेडिंग, शेयरों में ट्रेडिंग का एक अवैध रूप है, जहां ऐसे ट्रेडिंग रिंग के संचालक स्टॉक एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के बाहर इक्विटी में व्यापार करने की अनुमति देते हैं।
NSE ने अपनी जांच में पाया कि दो लोग लंबे समय से 'डब्बा' ट्रेडिंग को बढ़ावा दे रहे थे। इन व्यक्तियों को एक अधिकृत व्यक्ति (एपी) के रूप में एक व्यापारिक सदस्य (टीएम) के साथ पंजीकृत किया गया था और एपी के रूप में उनके एसोसिएशन को बाद में रद्द कर दिया गया।
एनएसई ने किया आगाह
निवेशकों को आगाह करते हुए, एनएसई ने उनसे कहा कि वे शेयर बाजार में अवैध 'डब्बा' ट्रेडिंग गतिविधि प्रदान करने वाले किसी भी व्यक्ति द्वारा पेश की गई ऐसी किसी भी योजना या उत्पाद की सदस्यता न लें, क्योंकि यह गैरकानूनी है। निवेशकों को चेतावनी और सलाह दी जाती है कि वे इस तरह के अवैध ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर व्यापार न करें। इस तरह के अवैध प्लेटफॉर्म में भागीदारी निवेशक के अपने जोखिम, लागत और परिणामों पर होती है, क्योंकि इस तरह के अवैध ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म न तो स्वीकृत हैं और न ही एक्सचेंज द्वारा समर्थित हैं।
निवेशक स्वयं होंगे जिम्मेदार
इस तरह की प्रतिबंधित योजनाओं से संबंधित किसी भी तरह के विवादों के लिए एक्सचेंज के अधिकार क्षेत्र के तहत निवेशक सुरक्षा के लाभ, एक्सचेंज विवाद समाधान तंत्र और एक्सचेंज द्वारा प्रशासित निवेशक शिकायत निवारण तंत्र जैसे तंत्र, निवेशकों के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।
डब्बा ट्रेडिंग कैसे करती है काम?
डब्बा सिस्टम को भारत में बॉक्स ट्रेडिंग कहते हैं। अमेरिका में इसे बकेट ट्रेडिंग भी कहा जाता है। ब्रोकर निवेशकों को शेयर बाजार के बाहर निवेश करने की सलाह देता है। इस ट्रेड में ऑर्डर ऑपरेटरों के माध्यम से रखे जाते हैं और सभी लेनदेन हर हफ्ते नकद में निपटाए जाते हैं। ऑपरेटर क्लाइंट से ऑर्डर प्राप्त करने के बाद ट्रेड को अपने रिकॉर्ड में दर्ज करता है।