NTPC Green Energy IPO: कितना मिलेगा लिस्टिंग गेन, क्या शेयरहोल्डर कोटा से कर सकते हैं अप्लाई?
NTPC ग्रीन एनर्जी ने 13 नवंबर को मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट (RHP) दाखिल किया। कंपनियां RHP आईपीओ लाने से ठीक पहले दाखिल करती हैं। इसमें प्राइस बैंड समेत कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां होती हैं। RHP दाखिल करने की तारीख तक जिन निवेशकों के पास एनपीटीसी का एक भी शेयर था वे शेयरहोल्डर कोटे से अप्लाई कर सकते हैं।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। निवेशक एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी के इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) का काफी समय से इंतजार कर रहे हैं। यह एनटीपीसी (NTPC) की सहायक कंपनी है, जो देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी है। NTPC ग्रीन एनर्जी का आईपीओ अगले हफ्ते 19 से 22 नवंबर के बीच सब्सक्राइब किया जा सकेगा। इस आईपीओ का साइज करीब 10,000 करोड़ रुपये होगा।
क्या शेयरहोल्डर्स कोटा से कर सकेंगे अप्लाई?
NTPC ग्रीन एनर्जी के IPO में रिटेल इन्वेस्टर, हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs), क्वॉलिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) और कर्मचारियों के अलावा शेयरहोल्डर्स कोटा भी होगा। इस कोटे के तहत वही इन्वेस्टर्स पैसे लगा सकेंगे, जिनके डीमैट अकाउंट में एनपीटीसी ग्रीन की पैरेंट कंपनी NTPC का शेयर RHP दाखिल करने की तारीख तक रहा होगा।
RHP दाखिल होने की तारीख
NTPC ग्रीन एनर्जी ने 13 नवंबर को मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट (RHP) दाखिल किया। कंपनियां RHP आईपीओ लाने से ठीक पहले दाखिल करती हैं। इसमें प्राइस बैंड समेत कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां होती हैं। RHP दाखिल करने की तारीख तक जिन निवेशकों के पास एनपीटीसी का एक भी शेयर था, वे शेयरहोल्डर कोटे से अप्लाई कर सकते हैं।NTPC ग्रीन का GMP
प्राइस बैंड तय होने से पहले NTPC ग्रीन एनर्जी का आईपीओ ग्रे मार्केट में गदर काट रहा था। लेकिन, 102 से 108 रुपये का प्राइस बैंड तय होते ही जीएमपी एकदम से क्रैश हो गया। फिलहाल, यह 1.50 रुपये प्रति शेयर पर आ गया है। इसका मतलब कि निवेशकों को 1.39 फीसदी का मामूली लिस्टिंग गेन मिल सकता है।क्यों क्रैश हुआ जीएमपी
आईपीओ निवेशकों को पहले उम्मीद थी कि प्राइस बैंड 30 रुपये के आसपास होगा। फिर चर्चा उठी कि यह 70 से 80 रुपये तक हो सकता था। इस प्राइस बैंड पर आईपीओ को अच्छा रिस्पॉन्स मिलने की उम्मीद थी। लेकिन, 102-108 रुपये का प्राइस बैंड निवेशकों को काफी महंगा लग रहा है। इतने महंगे वैल्यूएशन पर निवेशकों के लिए ज्यादा मुनाफा कमाने की गुंजाइश नहीं बच रही है।