तीस देशों में ओमिक्रोन की दस्तक, सहमा बाजार, वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नई आफत से निवेशकों में चिंता
अमेरिका भारत और यूरोपीय देशों समेत लगभग तीस देशों में कोरोना के नए वैरिएंट की दस्तक ने सरकारों और आम नागरिकों को गहरी चिंता में डाल दिया है। दुनियाभर में निवेशकों की नींद उड़ गई है। पढ़ें यह रिपोर्ट...
By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Fri, 03 Dec 2021 07:38 AM (IST)
वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका, भारत और यूरोपीय देशों समेत लगभग तीस देशों में कोरोना के नए वैरिएंट की दस्तक ने सरकारों और आम नागरिकों को गहरी चिंता में डाल दिया है। विभिन्न देशों की सरकारें जहां कड़े प्रतिबंध लगाने पर गंभीरता से विचार कर रही हैं वहीं निवेशकों की नींद उड़ गई है। मंदी के दौर से बाहर आ रही वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नई आफत से पड़ने वाले प्रभाव की चिंता से लोगों में घबराहट है। अमेरिका, जर्मनी और रूस ने जहां कड़े प्रतिबंधों को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।
बेजार हुए बाजार गुरुवार को यूरोपीय स्टाक एक्सचेंज में गिरावट का रुख रहा। पिछले सत्र में निवेशकों को जो लाभ हुआ उसे वे गंवा बैठे। हालांकि वाल स्ट्रीट में थोड़ी मजबूती देखने को मिली। नए वैरिएंट का नाम सामने आने के बाद पिछले शुक्रवार को बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली थी। तबसे बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है।
अमेरिका में मिला पहला केस
जर्मनी की सरकार ने इस मुद्दे पर क्षेत्रीय नेताओं से बातचीत शुरू कर दी है। हो सकता है अगले कुछ दिनों में टीका न लगवाने वाले लोगों पर घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया जाए। अमेरिका में ओमिक्रोन का पहला मामला कैलिफोर्निया में पूर्ण टीकाकरण करा चुके एक व्यक्ति में मिला है। वह 22 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से अमेरिका लौटा था। सात दिन बाद हुई जांच में वह ओमिक्रोन से संक्रमित पाया गया।
अभी बहुत जानकारी नहीं सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पहचाने गए ओमिक्रोन के बारे में अभी किसी के पास बहुत जानकारी नहीं है। लेकिन मध्य नवंबर में पहचाना गया यह वैरिएंट अब तक तीस देशों में पहुंच चुका है। यूरोप के कई देश जो अभी डेल्टा वैरिएंट से बुरी तरह परेशान उनके लिए ओमिक्रोन कोढ़ में खाज की तरह साबित हो सकता है।इसलिए लग रहा डर प्रोफेसर एन वोन गोटबर्ग ने कहा कि जो लोग पहले संक्रमित हो चुके थे उन्हें डेल्टा वैरिएंट की चपेट में आने पर ज्यादा दिक्कत नहीं हुई लेकिन ओमिक्रोन के मामले में ऐसा नहीं लगता। हालांकि दक्षिण अफ्रीका के विज्ञानियों ने अब तक जो अध्ययन किए हैं उनका हवाला देते हुए कहा कि पहले संक्रमित हो चुके जो लोग ओमिक्रोन की चपेट में आ रहे हैं उनमें बीमारी के हल्के लक्षण पाए गए हैं।
...तो यूरोप में मच जाएगी अफरा-तफरी यूरोपीय यूनियन की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी यूरोपियन सेंटर फार डिसीज प्रेवेंशन एंड कंट्रोल (ईसीडीसी) ने कहा कि अगले कुछ महीनों में यूरोप के कोरोना संक्रमण के आधे से ज्यादा मामलों के लिए ओमिक्रोन जिम्मेदार होगा।नार्वे में क्रिसमस पार्टी से फैला ओमिक्रोननार्वे की राजधानी ओस्लो और उसके आसपास ओमिक्रोन के 50 से अधिक मामले सामने आए हैं। इन मामलों का संबंध नार्वे की एक कंपनी द्वारा आयोजित एक क्रिसमस पार्टी से है। अधिकारियों ने बताया कि जो लोग ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए उनमें से ज्यादातर लोग इस पार्टी में शामिल हुए थे। नार्वे की सरकारी एजेंसियां रोकथाम के उपायों के तहत इस पार्टी में शामिल लोगों की ट्रेसिंग कर रही हैं। संक्रमितों के और मामले सामने आने की आशंका जताई जा रही है।